हारे हुए उम्मीदवारों ने देवपुरा की सरपंच की नरेगा में घपलेबाजी और मृतको के नाम पर भी पैसा खा जाने की शिकायत क्या की, सभी गाँव वाले हंगामा करने पर आमादा हो गए... करीब 1000 से ज्यादा की संख्या में विभिन्न वाहनों में सवार होकर मिनी सचिवालय पहुंचे, जिनमे अधिकाँश महिलाऐं और मजदूर रहे... और सबकी नाक में दम कर दिया. पहले तो सचिवालय के बाहर ही एक सभा रखी गई उसके बाद सभी जिला परिषद कार्यलय में पहुंचे. यहाँ पहुँच सभी गाँव वालों ने डेरा डाल दिया और कहा कि सरपंच पर झूठे आरोप लगाए गए हैं. ग्रामीणों ने कहा कि सरपंच उनके गाँव में विकास के नए आयाम स्थापित कर रही है और वे इस तरह के आरोप को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे... पूरे ग्राम पंचायत से आए इतने लोगों को देख सभी अचंभित रह गए. यह पहली बार हुआ जब इतनी बड़ी संख्या में कोई ग्रामीण किसी मामले को लेकर सचिवालय पहुंचे है...गाँव वालो की अगुवाई नंदलाल मीणा के सामने विधानसभा चुनाव लड़ चुके राजपा के रामलाल मीणा ने की.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी के आश्वासन के बाद ही ग्रामीण घर लौटे. ग्रामीणों की एकता देख हर कोई सन्न था.. बहरहाल ग्रामीनो का रोष ठंडा नहीं हुआ है... वे अब कल के इंतज़ार में हैं-- कि अधिकारी आएँगे और सही जांच करेंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो आंदोलन करने से परहेज़ नहीं करेंगे!
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