Thursday, July 7, 2016

कृषि उपज मंडी में व्यापारियों के अतिक्रमण ने नाक में किया दम. मंडी प्रबंधन ने किया अनिश्चित कालीन बंद का आह्वान.



प्रतापगढ़ कृषि उपज मंडी में व्यापारियों द्वारा अतिक्रमण के मामले में हम आज किसानों से रहा नहीं गया. किसानों के आहवान पर मंडी प्रशासन ने भी व्यापारियों को सबक सिखाने के लिए अन्शिचित काल के लिए मंडी ठप्प कर दी है... इसके बाद अब मंडी पूरी तरह सुनसान हो गई. अनाज की खरीद-फरोख्त का काम बंद कर दिया गया है.

मामला उदयपुर संभाग की सबसे बड़ी प्रतापगढ़ की "अ" श्रेणी की कृषि उपज मंडी का है. जहां पर किसानो के लिए बनाए गए चबूतरों पर व्यापारियों ने अवैध कब्जा कर रखा है. आरोप 13 व्यापारियों पर है जिन्होंने मंडी के चबूतरों पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है. किसानों के अनाज की सुरक्षा के लिए इन चबूतरों को बनाया गया था. लेकिन अब यहाँ व्यापारियों का अवैध कब्ज़ा है. किसान यहाँ अनाज लाते तो हैं, पर बारिश में अनाज भीगने की समस्या से दर दर भटकते हैं. किसानों का बेशकीमती अनाज कई बार तो पानी में बह कर चला जाता है. ऐसे में व्यापारियों की लापरवाही किसानों पर भारी पड़ रही है. प्रशासन ने सभी व्यापारियों को चबूतरे खाली करने के लिए नोटिस जारी किए थे. पर उसका भी कोई असर नहीं हुआ. किसानों ने मंडी प्रशासन से मुलाकात की और मंडी प्रशासन ने बात मानते हुए अनिश्चित काल के लिए मंडी ठप्प कर दी. मंडी तब तक बंद रहेगी जब तक कि व्यापारी चबूतरे खाली नहीं करते.
कृषि उपज मंडी में प्रशासन ने लाखों रूपए खर्च कर कई चबूतरे बनाए थे, ताकि बारिश में किसान अपना माल वहाँ सुरक्षित रख सके. पर व्यापारियों ने यहाँ कब्ज़ा कर लिया है जिस वजह से किसानो के पास माल रखने की जगह नहीं है. अभी मंडी ठप्प रहने से किसान, हमाल और व्यापारी सभी परेशान हो रहे हैं. पर करें भी तो क्या, व्यापारी मानते ही नहीं. इसी बीच कार्रवाई की उम्मीद भी की जा रही है.

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