Thursday, April 28, 2016

मिनी सचिवालय परिसर में टंकी पर चढे तीन युवक. रामलाल मीणा की महा-ग्रामीण रैली! हजारों की संख्या में पहुंचे ग्रामीण. कई मुद्दों पर उठाए सवाल.








प्रतापगढ़ में आज ग्रामीण नेता रामलाल मीणा के नेतृत्व में महा-ग्रामीण रैली का आयोजन हुआ. जहाँ हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने शिरकत की. इस रैली में मिनटों में ही प्रशासन की नाक में दम कर दिया. पहले आम सभा का आयोजन फिर मिनी सचिवालय में प्रदर्शन. तीन शख्स टंकी पर चढ गए.

आज हजारों की संख्या में ग्रामीण प्रतापगढ़ पहुंचे. सबसे पहले राज राजेश्वरी माता मंदिर के पास विशाल सभा का आयोजन हुआ. जहाँ कई कवियों ने भी शिरकत की. यहाँ सीएम वसुंधरा के साथ-साथ जनजाति विकास मंत्री नंदलाल मीणा को भी आड़े हाथ लिया और रामलाल ने कहा कि नंदलाल मीणा की नीतियां तो प्रधानमंत्री के भी खिलाफ है, प्रधानमंत्री परिवारवाद खत्म करना चाहते हैं, और यहाँ तो मंत्री जी के परिवार से ही सब राजनीती में बड़े पदों पर है, बहु जिला प्रमुख है, खुद मंत्री हैं... इसके अलावा मीना-मीणा विवाद पर भी खूब तीर बरसाए, और मांग की कि सरकार मीणा जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम शुरू करे. किसानों के बिजली बिल माफ हो, पेयजल मिले, गत वर्ष फसल खराबे का मुआवजा मिले, जिला चिकित्सालय समेत सभी अस्पतालों में चिकित्सकों की भर्ती हो, मंदसौर-प्रतापगढ़ सड़क का निर्माण हो... इन सभी मांगो के साथ रामलाल अपने समूह के साथ मिनी सचिवालय पर मानों कूच करने ही पहुँच गए. यहाँ आते ही धरना शुरू कर दिया. ग्रामीण नहीं मानें. धरना जारी रखा, और आश्वासन के बाद ही उठने की बात कही. इसी बीच कुछ ऐसा हुआ, जिसने सभी को चिंता में डाल दिए. अचानक तीन युवक पानी की टंकी पर चढ़ गए, और आत्महत्या की धमकी देने लगे. इस दौरान ग्रामीणों भीड़ सारी की सारी टंकी के नीचे आकर धरना देने लगी. ऊपर तीनों टंकी पर थे, तो नीचे धरना जारी रहा, पुलिस अधिकारी समझाइश कर कर के थक गए, पर कुछ हुआ नहीं... आख़िरकार जिला कलेक्टर कक्ष में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनुराग भार्गव, एसपी कालूराम रावत, सीईओ रामावतार मीणा समेत कई अधिकारीयों की मौजूदगी में रामलाल को ले जाकर समझाइश की गई. इस समझाइश में दो घंटे का वक्त बीत जाने के बाद रामलाल मानें... इस बीच उखड़ते भी रहे, तो पकड़-पकड़ कर बार-बार लाना पड़ा..

रामलाल मीणा कौन है? रामलाल मीणा प्रतापगढ़ जिले का जाना-मना चहरा है. रामलाल मीणा गत विधानसभा चुनाव में राष्ट्रिय जनता पार्टी (राजपा) से चुनाव लड़ चुके हैं. 
रामलाल मीणा वर्तमान में ग्रामीणों के बड़े और प्रमुख नेता बन कर उभरे हैं, एक ही आवाज़ में हजारों ग्रामीण दौड़े चले आते हैं. ऐसे में जब इस जनजाति जिले में छोटी-मोटी समस्या से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है, रामलाल को एक विकल्प के तौर पर भी देखा जा रहा है... हालाँकि रामलाल मीणा खुद को बस आदिवासियों के हित-रक्षक के तौर पर ज़ाहिर कर रहे हैं.

Wednesday, April 27, 2016

प्रतापगढ़ में हत्या की एक दर्दनाक दास्ताँ... पहले पिलाई शराब, फिर मारी गोली, फिर कुए में फेंकी लाश... दोस्त ही दोस्त का निकला कातिल ! एक ऐसी कहानी, जिसे जान कर आप दंग रह जाएंगे! खास रिपोर्ट.



एक सुबह... अचानक कुए में लाश मिलती है, पुलिस और लोग बड़ी संख्या में पहुँचते हैं, पहले महज़ एक्सीडेंट माना जाता है, फिर पोस्टमोर्टम में गोली मिलने पर हत्या का खुलासा होता है, और इसी बीच कातिल भी गिरफ्तार हो जाता है... ये कहानी है प्रतापगढ़ की. कैसे एक दोस्त ने प्रोपर्टी के लिए अपने ही दोस्त की गोली मार कर हत्या की, और फिर वारदात को महज़ एक्सीडेंट साबित करने के लिए कैसे लाश को कुए में फेंका गया? देखिए कातिल दोस्त की ये खास रिपोर्ट-

जिस दरिंदे को अभी आप देख रहे हैं, ये दरअसल कातिल दोस्त है, जिसने अपनी घिनौनी वारदात कर दोस्ती के रिश्ते को शर्मसार किया है. साकरिया का मदनलाल अंजना इस दरिंदे रामनिवास शर्मा को अपना दोस्त ही नहीं भाई भी मानता था, दोनों साथ रहते, साथ खाना खाते... दोस्ती ऐसी थी कि घर वाले भी भरोसा करने लगे. मानों रामनिवास उनका दूसरा भाई हो.. लेकिन एक दिन...!!!! कुछ ऐसा हुआ जिसने सब कुछ खत्म कर दिया.

घटना 22 अप्रैल की है. रठांजना थाना इलाके के साकरिया की है. यहाँ अचानक सुबह मदलाल अंजना के कुए में मोटरसाइकिल समेत पड़े होने की सुचना पर सनसनी फ़ैल गई. पुलिस पहुंची और मौका मुआयना कर लाश निकली गई. हत्या की रिपोर्ट होने पर धारा 302 IPC के तहत मामला दर्ज किया. इसके बाद लाश का पोस्टमार्टम कराया गया, तो तीसरे प्रयास में गले से गोली मिली. इसी बीच मदनलाल का दोस्त रामनिवास फरार हो गया. शक गया तो पुलिस ने कार्रवाई तेज की, और गोपनीय सुचना पर रामनिवास को गिरफ्तार कर लिया. फिर सारी कहानी बेपर्दा हो गई...

हादसे के पिछली रात रामनिवास ने मदनलाल के साथ अपने अन्य दोस्तों के साथ मिल कर शराब पार्टी की थी, जहाँ शराब-मिट सब कुछ था. सारे दोस्तों के घर जाने के बाद अब हमेशा की तरह रामनिवास और मदनलाल अकेले ही थे. रामनिवास ने मदनलाल को खूब शराब पिलाई, लिहाज़ा वो नशे में मानों बेसुध हो गया. इसके बाद रामनिवास ने मदनलाल के गले पर बेहद करीब से गोली भी मार दी. हत्या के बाद मदनलाल के शव को एक बोरी में डाला और फिर मोटरसाइकिल के साथ गाँव के ही कुए में फेंक आया.

सवेरे जब लाश मिली और भीड़ जमा हुई तो पट्ठा यहाँ भी आ पहुंचा. पुलिस के साथ खड़ा रहा, रोया भी, दुःख भी जाहिर किया. इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए लकडियाँ लाने भी चला गया. लेकिन जैसे ही शव से गोली निकली, भाग खड़ा हुआ, फिर पुलिस की गिरफ्त में आ गया...
रामनिवास ऐसा करेगा, ऐसा कभी मदनलाल ने सपने में भी नहीं सोचा था, इसीलिए वो इसे बेहद करीब रखता था. दोनों का रिश्ता किसी भाई से कम नहीं था. रामनिवास ने कहा कि "वो मदनलाल के साथ रहकर खेती बाडी व घर का सारा काम सम्भालता था। परिवार के सभी सदस्यों का उसने विश्वास अर्जित कर लिया। रामनिवास के समस्त खर्चो की पूर्ति भी मदनलाल ही करता था। मदन लाल के कोई सन्तान नही है एंव मदन लाल के छोटे भाई अमरसिंह की भी कुछ समय पूर्व मृत्यु हो गई थी। मदनलाल अच्छी जमीन जायदाद वाला घर का एक मात्र जिम्मेदार व्यक्ति था। मृतक मदनलाल एंव मुल्जिम रामनिवास दोनो ही खाने-पीने के शौकीन होने से कई बार साथ ही पार्टिया करते थे। रामनिवास की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से उसकी नियत खराब हो गई वह मदनलाल को खत्म कर जमीन जायदाद सम्बधी काम अपने हाथ में लेना चाहता था। इस लिये वह पिछले दो महीने से मदनलाल को निपटाने के लिये प्लान बना रहा था।"

रामनिवास की इस करतूत ने दोस्ती के रिश्ते को शर्मसार किया है... पार्टी में शामिल अन्य लोगो की भूमिका की जांच की जा रही है। हथियार बरामदगी के प्रयास किये जा रहे है। इस घटनाक्रम मे किसी षडयंत्र की सम्भावना बाबत् भी पूछताछ की जा रही है।

राजस्थान में ABVP की अनूठी मुहीम. प्रतापगढ़ से हुई शुरुआत. 2 लाख घरों से जानेंगे समस्याएं. सरकार को भेजेंगे रिपोर्ट.




राजस्थान में लोगो का दुःख-दर्द समझने के लिए ABVP ने अनूठी पहल शुरू की है. प्रतापगढ़ से ABVP ने मुहीम अनुभूति की शुरुआत की है. जिसके तहत वे प्रदेश स्तर पर सभी जिलो के 4 हजार कार्यकर्त्ताओ के साथ 5 हजार गाँवो के 2 लाख घरों में जाकर अनुभूति करेंगे...

अनुभूति का मतलब किसी की समस्या का अनुभव करना, भले वो गरीबी, भुखमरी, या किसी भी तरह की हो... ABVP की इस मुहीम के तहत राजस्थान भर के कार्यकर्त्ता गाँव-गाँव जाकर लोगो के साथ समय बिताएंगे. एक घर में कम से कम दो दिन बिताए जाएंगे. इस बीच वे उनसे उनकी समस्याओं के बारे में पूछेंगे और पड़ताल करेंगे. इसमें आर्थिक समस्या, फसल खराबा, सुखा, घरेलु समस्या, गाँव की समस्या से जुडी बातें होंगी. इन समस्याओं को लिखा जाएगा, और जब 5000 गाँवो में 2 लाख घरों की समस्याएं पूछने का लक्ष्य पूरा होगा तो राज्य सरकार और केन्द्र सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी. ABVP प्रदेश सह मंत्री ने कहा कि ऐसा करके वे सरकार को लोगो की असल समस्या से रूबरू कराना चाहते हैं. इस रिपोर्ट से यह भी मालूम होगा कि कहाँ कितनी समस्याएं हैं. अनुभूति मुहीम के तहत प्रतापगढ़ RSS कार्यालय पर केटलोग का विमोचन भी किया और प्रेस कोंफ्रेस भी आयोजित की. इस दौरान प्रदेश सह मंत्री के साथ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कृतिका सिसोदिया, जिला संयोजक शुभम शर्मा, नगर मंत्री शुभम कुमार और अन्य ABVP कार्यकर्त्ता भी मौजूद रहे.
ABVP इस कवायद के ज़रिये लोगो का दुःख-दर्द सरकार तक पहुँचाना चाहती है. इस मुहीम के तहत उन्होंने हज़ारों कार्यकर्ताओं की बड़ी टीम भी बना ली है. प्रवेश परदेशी, ज़ी मीडिया, प्रतापगढ़  

Tuesday, April 26, 2016

प्रतापगढ़ में 100 लोगो की बिन्दोली में घुसा ट्रक. मातम में बदली खुशियाँ. देखिए पूरी रिपोर्ट.




प्रतापगढ में आज फिर एक भीषण सड़क हादसे से माहौल सिहर उठा. अचानक खुशियाँ मातम में बदल गई. घटना जिले के देवगढ़ की है. जहाँ शादी से पहले बिन्दोली का जश्न मनाया जा रहा था. लेकिन इसी बीच एक ट्रक ने कई लोगो को चपेट में ले लिया.

प्रतापगढ़ के देवगढ़ ने वन नाके के सामने प्रतापगढ़ मार्ग पर धरियावद की ओर से आ रहा बेकाबू ट्रक करीब 100 लोगो की बिन्दोली में जा घुसा और कई को चपेट में ले लिया. रात्रि 11:30 बजे प्राथमिक सुचना के आधार पर इस घटना में करीब 15 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. गम्भिर घायलों में 4 पुरुष, 9 महिलाऐं और 2 बच्चियां बताई जा रही हैं. इसके अलावा कई अन्य घायल भी हैं. घटना के बाद 108 एम्बुलेंस को कॉल किया भी पर एम्बुलेंस आई नहीं, तो घायलों को निजी वाहनों से ही जिला अस्पताल लाया गया. जहाँ उपचार शुरू हुआ. यहाँ एक लड़की और एक लड़के की हालत बेकाबू देखते हुए उदयपुर रेफर कर दिया गया. जिस लड़की को रेफर किया, उसका सर ही फट गया. जिस वक्त यह हादसा हुआ तब कम से कम 100 लोग बिन्दोली में शामिल थे. ये सभी नाच-गा रहे थे, जश्न मना रहे थे. सभी लोग प्रजापति समाज के हैं. घायलों का असली आंकड़ा फायनल रिपोर्ट के बाद मालूम होगा.

देवगढ़ थाना पुलिस ने इस दौरान ट्रक को जब्त कर लिया. घटना के बाद लोगो ने ट्रक चालक की जम कर धुनाई की, जिसे भी इलाज के लिए जिला चिकित्सालय लाना पड़ा. देवगढ़ थाना पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. प्रतापगढ़ में लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं. बेकाबू और नशेड़ी वाहन चालक लोगो के जीवन में कहर बरपा रहे हैं. ऐसे में ज़रूरत इस पर लगाम लगाने के साथ-साथ जागरूकता की भी है.

Monday, April 25, 2016

लेडी तस्करों समेत 4 गिरफ्तार. एमपी से गुजरात ले जा रहे थे डोडाचुरा. राजस्थान की प्रतापगढ़ पुलिस ने नाकाम की चाल! खास रिपोर्ट.



प्रतापगढ़ पुलिस ने तस्करी करते चार तस्करों गिरफ्तार किया है. ये सभी मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के हैं, जो कि डोडा चुरा गुजरात ले जा रहे थे. पर इन्हें कतई मालूम नहीं था, कि राजस्थान पुलिस इसकी चालक को नाकाम कर देगी.

प्रतापगढ़ के हथुनिया थानाधिकारी रतन सिंह को आज विश्वसनीय मुखबिर से सुचना मिली कि चित्तौड़गढ़ से नीमच-मन्दसौर-प्रतापगढ़ होकर अहमदाबाद जाने वाली रोडवेज बस में भारी मात्रा में डोडाचूरा तस्करी किया जा रहा है. इस पर पुलिस ने टीम गठित कर नाकाबंदी की. ऐसे में राजस्थान रोड़वेज बस नम्बर RJ09 PA 2927 को रुकवाया और तलाषी ली गई... तलाशी लेने पर बस में सवार यात्री बाबू बारिया, बदिया उसनिया और 2 महिलाओ के पास 1 क्विंटल 5 किलो डोडा चुरा बरामद हुआ. पुलिस ने सभी को गिरफ्तार किया. इन महिलाओं में एक बाबू की पत्नी और दूसरी बदिया की माँ ही हैं. चार व्यक्तियों के कब्जे से सीटों एवं पैरों के नीचे से अलग-अलग कुल 10 बैग और कट्टों में रखा कुल अवैध 1 क्विंटल 5 किलो डोडाचूरा बरामद हुआ. अरोपियों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत थाना हथुनिया पर आपराधिक प्रकरण पंजिबद्ध किया गया है.
आरोपियों ने डोडाचूरा मध्यप्रदेष के नीमच, मन्दसौर के आस-पास गावों से एकत्रित कर गुजरात परिवहन कर ले जाना बताया है. आरोपियों ने डोडा चुरा का सौदा किससे और कितने में तय किया था, यह जाँच के बाद ही साफ़ हो पाएगा. कल ही पुलिस ने 4 क्विंटल डोडा चुरा पकड़ा है, और आज फिर एक बड़ी कार्रवाई ने तस्करों में हडकंप मचा दिया है. पुलिस द्वारा लगातार डोडा चुरा तस्करी पर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है.

रामलाल मीणा ने किया महा-ग्रामीण रैली का आगाज़. 28 तारीख को होगी रैली. सचिवालय में होगा प्रदर्शन. बड़ी संख्या में पहुंचेंगे ग्रामवासी. क्या है मांग? देखिए-



प्रतापगढ़ में ग्रामीण नेता रामलाल मीणा ने आज मिनी सचिवालय पहुँच 28 तारीख को होने वाली महा-ग्रामीण रैली का आगाज़ किया... इस रैली में हजारों की संख्या में जिले भर से ग्रामीण लोग शामिल होने जा रहे हैं.

ग्रामीण नेता रामलाल मीणा आज ग्रामीणों की बड़ी संख्या के साथ मिनी सचिवालय पहुंचे और 11 सूत्रीय मांगो को लेकर उग्र आंदोलन का आगज़ किया. बताया कि 28 अप्रैल के दिन वे राज-राजेश्वरी मन्दिर में एक विशाल आम सभा का आयोजन करेंगे, फिर इसके बाद वहीँ से महा रैली शुरू होगी जो सचिवालय तक आएगी. यहाँ मंदसौर रोड, पेयजल, फसल मुआवजा समेत कई मुद्दे उठाए जाएंगे. रामलाल ने कहा कि वे हंगामा तब तक करते रहेंगे जब तक हर विभाग के अधिकारी आकर आश्वासन नहीं देते...

रामलाल मीणा प्रतापगढ़ जिले में ग्रामीणों की अगुवाई करने वाले प्रमुख नेता है. रामलाल मीणा राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) से वर्तमान बीजेपी नेता जनजाति विकास मंत्री के सामने विधानसभा चुनाव प्रतापगढ़ से लड़ चुके हैं. रामलाल मीणा को लगातार लोगो का समर्थन मिल रहा है.

एसपी ने बुलाई क्राइम मीटिंग. बुज़ुर्ग और महिलाओं की सुरक्षा पर दिया जोर. सभी थानाधिकारी रहे मौजूद.



प्रतापगढ़ के एसपी ऑफिस में क्राइम बैठक बुलाई गई. अपराध रोकथाम के अलावा एसपी ने सभी पुलिसअधिकारीयों को अकेले रहने वाले बुज़ुर्ग और महिलाओं का विशेष ख़याल रखने के निर्देश दिए.

प्रतापगढ़ के एसपी ऑफिस में एसपी कालूराम रावत और एडिशनल एसपी रतन सिंह ने क्राइम बैठक बुलाई. बैठक में एसपी ने सभी को निर्देश दिए कि पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मी महिलाओं और बुजुर्गों का सम्मान करें. किसी भी प्रकार से उन्हें ठेस ना पहुंचाए. एसपी ने निर्देश दिए कि जनसुनवाई को प्रभावी बनाए, अकेले रहने वाले निर्बलो की सहायता करें, शराबी वाहन चालको पर नकेल कसें, स्कूली छात्राओं का ख्याल रखें और चोरी, तस्करी पर लगाम लगाए. एसपी ने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस को अकेले रहने वाले बुजुर्गो का ध्यान रखना चाहिए. क्योकि उन्हें परेशान किया जाता है और अपराध की सम्भावना भी बढ़ जाती है. इसके बाद एसपी ने लगातार हो रही डोडा चुरा की कार्रवाई पर सभी को बधाई दी और आगे भी कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए. बैठक में जिले के आदतन अपराधियों और क्राइम से जुडी कई बातों पर चर्चा हुई. साथ ही माल्खाने के तुरंत निस्तारण के आदेश दिए. बैठक में सभी थानों के थानाधिकारी, सभी रेंज डी.एस.पी मौजूद रहे.

Friday, April 22, 2016

प्रतापगढ़ में सनसनीखेज तरीके से मिली कुए में युवक की लाश. एक्सीडेंट? या फिर... देखिए पूरी रिपोर्ट.




प्रतापगढ़ में आज एक कुए में सरेआम लाश और एक मोटरसाइकिल पड़ी मिलने से सनसनी फ़ैल गई... घटनास्थल पर लोगो की भारी भीड़ जमा हो गई.

मामला रठांजना थाना क्षेत्र के साकरिया का है. यहाँ कुए में लाश और मोटरसाइकिल पड़ी मिलने पर सनसनी फ़ैल गई. सुचना मिली तो पुलिस भी तत्काल मौके पर पहुंची और मौक़ा मुआयना किया. लाश को निकालने से पहले पुलिस ने इलाके की पूरी तहकीकात की. फिर खाट डाल कर लाश को बाहर निकाला गया. युवक की शिनाख्त 40वर्षीय मदनलाल अंजना के रूप में हुई , जो कि इसी साकरिया का रहने वाला है. प्रथम दृष्टया इसे बाइक एक्सीडेंट के तौर पर देखा जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जानकारी के अनुसार युवक मदनलाल शादी समारोह के लिए देर रात घर से निकला था.. असल कहानी जाँच के बाद ही साफ़ हो पाएगी.

घटना की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी रतन सिंह भी मौके पर पहुंचे और बिना मुंडेर के कुए पर भी सवाल खड़े किए. देखने वाली बात होगी कि इस सनसनी खेज वारदात के पीछे क्या रहस्य निकल कर सामने आता है.

Wednesday, April 20, 2016

धरियावद में दर्दनाक हादसा. एक बार फिर पलटी ओवरलोड जीप. एक की मौत, 13 घायल. 30 से ज्यादा सवार थे जीप में.






प्रतापगढ़ में एक बार फिर ओवरलोड जीप पलटने से हादसा हो गया. इस हादसे में 1 युवक की जान चली गई तो वहीँ 13 गंभीर घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक जीप में 30 से ज्यादा लोग सवार थे..
प्रतापगढ़ में फिर ओवरलोड वाहन से हादसा हो गया. हादसा धरियावद थाना इलाके में ढाऊआ घाटी पर हुआ. जहाँ ओवरलोड जीप संतुलन बिगड़ने से पलट गई जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई जबकि 13 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. धरियावद रेफरल हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार कर दो गंभीर घायलों को उदयपुर रेफर किया गया. बताया गया कि गाड़ी में बैठे सभी लोग शादी समारोह में जा रहे थे. चालक के शराब पीकर गाड़ी चलाने से हादसा हो गया. घटना के चलते पुलिस डीएसपी मोती लाल मीणा और पुलिस जाप्ता हॉस्पिटल पहुंचे और चालक के खिलाफ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने को लेकर मामला दर्ज किया गया. घटना के बाद सही चालक मौके से फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है. हादसे की सूचना पर हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सलुंबर क्षेत्र के बेडावल गांव के लोग जीप किराए पर लेकर केसरियावद परवारियासाग आ रहे थे. इसी बीच ढाऊआ घाटी में जीप पलट गई. बहरहाल सभी घायलों का उपचार जारी है. 2 की हालत ज्यादा गंभीर है.

Tuesday, April 19, 2016

सूखे पर जिला प्रशासन हुआ मुस्तैद. जिला कलेक्टर ने जारी किए आदेश. अब होगा निजी कुओं का भी अधिग्रहण. कैसे होने वाली है पानी सप्लाई? देखिए.






प्रतापगढ़ में सूखे के चलने जिला कलेक्टर समेत पूरा प्रशासन मुस्तैद हो गया है. और अब निजी कुओं और नलकूपों का अधिग्रहण करने की कवायद शुरू की जा रही है.

प्रतापगढ़ में जिला कलक्टर चन्द्रशेखर मूथा ने सूखे संकट झेल रहे गांवों मे पेयजल की आपतकालीन-तत्कालीन व्यवस्था के लिए निजी खूले कुओं और नलकूपों से जलआपूर्ति हेतु अधिग्रहण करने के निर्देश दे दिए हैं. जिनसे गांवों मे टैंकरों द्वारा पेयजल की आपूर्ति की जाएगी. इसकी मॉनिटरिंग जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारीकी अध्यक्षत में गठित पेयजल समिति द्वारा की जाएगी. जिला कलक्टर चन्द्रशेखर मूथा ने कहा कि उपखण्ड स्तरीय पेयजल समिति द्वारा टैंकर की तय कर ली गई है. पेनल मे संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच, वार्ड पंच, नोडल अधिकारी, प्रधानाध्यापक, पटवारी, ग्राम सेवक पेयजल वितरण को प्रमाणित करते हुए हस्ताक्षर करेगे. साथ ही टैंकर पर राज्य सरकार द्वारा निशुल्क जल वितरण का बैनर लगाना होगा. गौरतलब है कि प्रतापगढ़ जिले की अरनोद मे 29 ग्राम पंचायतों मे अलग-अलग क्लस्टर बनाते हुए पेयजल वितरण किया जाएगा। इसी प्रकार छोटीसादड़ी की 24 ग्राम पंचायतों और नगर पालिका क्षेत्र छोटीसादड़ी में टैंकर से पेयजल पहुंचाया जाएगा। धरियावद की 38 ग्राम पंचायतों में, पीपलखूंट तहसील की 31 ग्राम पंचायतों में और प्रतापगढ़ की 43 ग्राम पंचायतों सहित प्रतापगढ़ नगर परिषद क्षेत्र के पेयजल समस्या वाले क्लस्टर मे टेंकरों से पेयजल वितरण किया जाएगा।

जिला प्रशासन की इस मुहीम के कई कुआ मालिकों ने अपना कुआ मुफ्त में देने की घोषणा भी की है. जिला प्रशासन इसी कोशिश में है कि आम लोगो से मिल कर पेयजल संकट को दूर करें.. अभी अप्रैल के महीने में ही जिले के अधिकांश गाँवों-इलाको में पानी का विकराल संकट गहरा गया है. पानी के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. कई ग्रामीणों को पलायन करना पड़ रहा है. तो कई मीलों दूर जाकर पानी ला रहे हैं. ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन की यह योजना कितनी काम आती है, देखने वाली बात होगी!


चंद्रशेखर मूथा, जिला कलेक्टर : पेयजल के लिए माकूल इंतजाम कर रहे हैं. टेंकर की दरें निर्धारित कर दी है. पेयजल स्रोत कम पड़ जाए, तो निजी स्रोतों का अधिग्रण कर रहे हैं

Sunday, April 17, 2016

कोयले की आग में जलता प्रतापगढ़ का जंगल. कोयला माफिया ने बरपाया जंगल पर कहर. जंगली जानवरों का जीना मुहाल, मीलों दायरे पर जंगल ख़ाक!








प्रतापगढ़ में इन दिनों कोयला-गिरोह जंगलो में कहर बरपा रहा है. प्रतापगढ़ के जंगल कोयले के लालच में जल कर ख़ाक हो रहे हैं. जिले का वन क्षेत्र सिमित दायरे में सिमट कर रह गया है तो वहीँ जानवरों की भी शामत आ गई है.

प्रतापगढ़ का वन क्षेत्र जो कि बेहद घना और विस्तृत था, अब चंद दायरे में सिमट कर रहा गया है. यहाँ कोयला माफिया जंगल पर कहर बरपा रहा है. गर्मी की शुरुआत से ही जंगल में आग की घटनाएँ बढ़ जाती है. गुज़रे दो माह में जिले में विभिन्न जंगलो में आग लगने के 30 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. अब तक जिले में प्रतापगढ़, पीपलखूंट और धरियावद उपखंड के कई जंगलो में आग लग चुकी है... और इस काम के लिए शाम के वक्त को चुना जाता है ताकि आग पर काबू नहीं पाया जा सके. कोयला माफिया शाम के वक्त जंगल में आग लगाता है, इसके बाद रात भर जंगल आग में जलता है. यह आग अगले दिन भी जारी रहती है. जिस पर काबू पाना लगभग नामुमकिन ही होता है. जंगल में आग लगने के बाद जले हुए पेड़ों से ये लोग कोयला बटोरते हैं, और फिर प्रतापगढ़ शहर आकर इनका व्यापार करते हैं. ये कोयला बेहद सस्ता होता है और इसीलिए खूब बिकता है. इसका उपयोग अधिकतर भट्टी चलाने वाले, होटल-ढाबों वाले, तंदूर रोटी बनाने वाले और यहाँ तक कि सुनार भी करते हैं. प्रतापगढ़ जिले का अधिकांश वन क्षेत्र ऐसा है जहाँ फायर ब्रिगेड के जाने की भी कोई व्यवस्था नहीं है. तो वहीँ वन विभाग के पास कर्मचारी भी बेहद सिमित है. ऐसे में जंगल में लगी आग अपने आप ही बुझती है...
जरुरी है कि आम ग्रामीण इस ओर जागरूक हों. क्योकि इस पर लगाम लगा पाना वन विबाग के बस की नहीं है. इतने बड़े स्तर पर आग की घटनाएँ लोगो के जागरूक होने के बाद ही रुक सकती हैं. वन क्षेत्र में आग की घटनाओं से जिले का वन क्षेत्र लगातार कम हो रहा है. वन क्षेत्र में आग लगने से जंगली जानवर भी आबादी की ओर रुख कर लेते है. अगर ऐसा ही जारी रहा तो हम इन बेशकीमती जंगलो को हमेशा के लिए खो देंगे. फिर इतने बड़े स्तर पर जंगल स्थापित करना असंभव ही होगा...

40 किलो डोडा चुरा के साथ तस्कर गिरफ्तार. धमोतर थाना पुलिस ने की कार्रवाई. डोडा चुरा माफिया में पुलिस के डर से मचा हडकंप.




प्रतापगढ़ पुलिस ने एक बार फिर शातिर डोडा चुरा तस्कर को गिरफ्तार करने में कामयाबी हांसिल की है... इस बार पुलिस ने तस्कर के अड्डे पर दबिश देकर डोडा चुरा बरामद किया है.

प्रतापगढ़ की धमोतर थाना पुलिस को मुखबिर ने फोन पर सुचना दी कि कुलमीपूरा के ही एक मकान में डोडा चुरा पड़ा हुआ है. सुचना पर पुलिस ने टीम गठित की और दबिश दी. तलाशी लेने पर घर से डोडा चुरा बरामद हुआ. पुलिस ने सारा 40 किलो तस्करी का डोडाचूरा जब्त कर तस्कर को गिरफ्तार किया. तस्कर देवीलाल पाटीदार कुलमीपूरा का रहने वाला है. आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत आपराधिक प्रकरण पंजिबद्ध किया गया है. आरोपी यह डोडा चुरा किसे सप्लाई करने जा रहा था , इस बारे में गहन पूछताछ की जा रही है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने अब तक किस-किस को डोडा चुरा पहुँचाया है..
पुलिस की इस कार्रवाई से डोडा चुरा माफिया में हडकंप है. लगातार डोडा चुरा पकड़ा जा रहा है. लेकिन यह कवायद क्या वाक्य में तस्करी पर लगाम लगाने में कारगर साबित होगी? देखने वाली बात होगी.

विस्फोटक ले जाने आरोपी गिरफ्तार. भारी मात्रा में डेटोनेटर और ED बरामद.



प्रतापगढ़ पुलिस ने विस्फ़ोटक ले जाते एक शख्स को गिरफ्तार किया है... और युवक से भारी मात्रा में डेटोनेटर और ED बरामद किए हैं...

प्रतापगढ़ की पारसोला थाना पुलिस को विश्वसनीय सूत्रों से खबर मिली थी कि एक व्यक्ति भारी मात्रा में विस्फोटक ले जा रहा है. ऐसे में पुलिस ने मुंगाणा रोड पर नाकाबंदी की. नाकाबंदी के दौरान एक युवक को रोक तलाशी ली गई तो बताई सुचना के मुताबिक़ विस्फोटक मिल ही गए. पुलिस ने विस्फोटक बरामद किए और आरोपी को गिरफ्तार किया . पुलिस ने आरोपी भेरू सिंह ने 180 डेटोनेटर और 180 ED विस्फोटक बरामद किए हैं. आरोपी के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. यह 23 वर्षीय आरोपी भेरू सिंह भीलवाडा जिले के करियाला का रहने वाला बताया जा रहा है... पुलिस जांच कर रही है कि कहीं आरोपी आदतन विस्फोटक कारोबारी तो लिप्त नहीं है?
प्रतापगढ़ में विस्फोटक बरामदगी का यह नया मामला है. ऐसे मामले यहाँ कम ही सामने आते हैं. ये व्यक्ति विस्फोटक को कहाँ और क्यों ले जा रहा था, यह जांच में ही साबित हो पाएगा. हो सकता है, यह विस्फोटक के ज़रिये किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने जा रहा हो...

प्रतापगढ़ में गर्मी आफत बन कर आई है. ना घर में आराम, ना बाहर चैन. तपिश इतनी की दम निकल जाए. हलक सूख जाए. चिलचिलाती धूप मानो आग की बारिश कर रही है. प्रतापगढ़ की भीषण गर्मी!





प्रतापगढ़ में गर्मी की तपिश ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया है. गर्मी इतनी ज्यादा पड़ रही है, कि जनजीवन अस्तव्यस्त होने लगा है. इस बार तापमान आसमान छू रहा है.

प्रतापगढ़ में इस बार रिकोर्ड-तोड़ गर्मी पड़ रही है. आलम यह है कि दोपहर में बाज़ार सुनसान रहने लगे हैं. गर्मी की वजह से खेत भी सुने पड़े हैं. किसान भी खेती और अन्य कामों के लिए शाम या सुबह के वक्त ही बाहर निकल रहे हैं. तो वहीँ सूखे की दोहरी मार से भी परेशानी बढती जा रही है. इस गर्मी के मौसम में लोग अक्सर पेय पदार्थों की दुकानों पर डेरा डाले रहते हैं. तो कई लोग छाया दार जगह तलाशते हैं. प्रतापगढ़ का नगरपरिषद स्थित टाउन होल भी इस तरह भटके लोगो का सहारा बनता है, और यहाँ घने पेड़ों की छाँव में लोग भीषण गर्मी में सुकून के दो पल बिताते हैं... तापमान की बात करें, तो अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है. भीषण गर्मी में लू के थपेड़े परेशानी और भी बढा देते हैं. डी-हाइड्रेशन और लू के मरीज भी बढते जा रहे हैं. लोगो का यह भी कहना है कि जिले में इस साल की गर्मी गुज़रे साल की तुलना में ज्यादा है.

गाँव-गाँव सुख रहा पानी- गर्मी की मार के चलते पानी भी लगातार सुख रहा है. जल-स्रोतों में पानी कम हो रहा है. तो वहीँ पहले ही कम हो चुके भू-जल स्तर से परेशानी और बढ़ रही है. इस गर्मी में पानी की अहमियत कई गुना बढ़ जाती है. ऐसे में ग्रामीणों को बूंद-बूंद के लिए अन्य गाँवो के मोहताज़ होना पड़ रहा है. ऐसी गर्मी में इंसानों के साथ-साथ जानवर भी परेशान है. वे भी पानी के लिए भटक रहे हैं.

इस भीषण गर्मी से निजात पाने के लिए लोग कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम और फ्रूट-ज्यूस का सहारा ले रहे हैं. अभी तो अप्रैल का ही महीना है और प्रदेश गर्मी की आग में जल रहा है. ये गर्मी और कितना कहर बरपाती है, देखने वाली बात होगी.

Wednesday, April 13, 2016

प्रतापगढ़ में पूरी हुई डोडा चुरा नष्ट करने की कार्रवाई. 297 क्विंटल डोडा चुरा जल कर ख़ाक.





प्रदेश में डोडा चुरा बेन होने के बाद प्रतापगढ़ में रखा सारा डोडा चुरा नष्ट किया गया है. जिले भर में डोडा चुरा नष्ट करने की कार्रवाई आज पूरी हो चुकी है. विभाग ने सरकारी आदेशों की पालना में जिले भर के ठेकेदारों का डोडा-चुरा जला कर नष्ट कर दिया है...

प्रतापगढ़ के आबकारी विभाग ने जिले भर में 297 क्विंटल की बड़ी मात्रा में पड़ा हुआ डोडा चुरा नष्ट किया है. डोडाचुरा से बढ़ रहे नशीले पदार्थों के निर्माण को लेकर सरकार भी सक्रीय हुई और यह ऐतिहासिक फ़ैसला लिया गया कि सभी डोडा चुरा गोदामो को बंद कर डोडा चुरा नष्ट किया जाएगा... प्रतापगढ़ भी इस लिस्ट में था, क्योकि यहाँ प्रोडक्शन है ही इतना ज्यादा.. विभाग ने सक्रियता से डोडा चुरा नष्ट करने की कार्रवाई की और पुलिस बल को भी साथ लिया गया... विभाग ने अरनोद के गोदाम में 190 क्विंटल डोडा चुरा, सिद्धपुरा के गोदाम में रखा 47 क्विंटल डोडा चुरा और गोमाना में 60 क्विंटल डोडा चुरा नष्ट किया. इसके बाद रिपोर्ट बना कर मुख्यालय को भेजी.. दरअसल डोडा चुरा भी नशीले पदार्थ बनाने में उपयोग में आने लगा है. डोडा चुरा का इस्तेमाल नशे के कारोबारी नशा बनाने और फिर इसे बेचने में कर रहे है. जिसके बाद इसे बेन करने का फ़ैसला लिया गया है...

गौरतलब है कि राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला अफीम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ अफीम बड़े पैमाने पर उगाई जाती है. सरकार नशाखोरी पर लगाम लगाने के मकसद से डोडा चुरा को बेन कर रही है. जिसके तहत बड़ी मात्रा में डोडा चुरा जलाया गया है.

Tuesday, April 12, 2016

कुए में तैर रही थी लाश. इलाके में मची अफरा-तफरी. पुलिस पहुंची मौके पर.



प्रतापगढ़ में कुए में अज्ञात युवक की लाश मिलने से सनसनी फ़ैल गई.. मामला प्रतापगढ़ से सटे खेरोट का है.. 
प्रतापगढ़ थाना इलाके के खेरोट में बंशीलाल कुमावत के कुए पर अचानक किसी ने तैरती हुई लाश देखी तो पुलिस को फोन किया. घटनास्थल पर लोगो का भारी जमावड़ा लग गया और पुलिस के पहुँचने के बाद लाश को निकला गया. थानाधिकारी मागीलाल विश्नोई ने लाश का मुआयना किया और लोगो से पूछताछ भी की. घटनास्थल पर मौजूद कोई भी युवक का नाम बता नहीं सका, तो उसे अज्ञात मान पर शव जिला चिकित्सालय मोर्चरी में रख दिया गया. अब पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. और लाश के शिनाख्ती के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि शिनाख्ती के बाद ही लाश का पोस्टमार्टम किया जाएगा. वहीँ अभी तक इस मामले को आत्महत्या ही माना जा रहा है...

एक थानाधिकारी की अनोखी पहल. थाने को हरा-भरा करने का देखा सपना. लगाए 200 पौधे. स्टाफ ने भी दिया साथ. खास रिपोर्ट.



पीपलखूंट थानाधिकारी की अनूठी पहल...  
प्रतापगढ़ में एक तरफ लोग जंगलो में आग लगा रहे हैं, अपने लालच के लिए जंगलो को साफ़ कर रहे हैं, तो वहीँ दूसरी ओर जिले के एक थानाधिकारी ने थाने को हरा-भरा करने और लोगो को भी इससे सीख देने के लिए कवायद शुरू की है... 

प्रतापगढ़ जिले के वन इलाको में रोजाना आग लगने के मामले सामने आ रहे हैं. लोग कोयले और महुवे के लिए जंगलो को आग की भेंट चढ़ा रहे हैं. तो वहीँ दूसरी ओर पीपलखूंट थानाधिकारी हरीश चन्द्र ने थाने को हरा-भरा करने की मुहीम शुरू की है. इसके लिए उन्होंने थाना परिसर में 200 पौधों को उगाया है. और यह काम उन्होंने खुद अपने हाथो से किया है. थाने के काम-काज से फ्री होते ही पूरा स्टाफ पौधे उगाने और उनको पानी देने में जुट जाता है... तपती धूम में पौधे लगने और उनका ध्यान रखने की जद्दो-जहद कौन करना चाहेगा, पर यहाँ का पूरा थाना स्टाफ इसके लिए काम कर रहा है. कितनी भी गर्मी क्यों ना हो, यहाँ का स्टाफ पौधों को पानी देने और उनका ख्याल रखने में कमी नहीं रखता. थानाधिकारी की मानें तो उनके 200 में से 196 पौधे पूरी तरह स्वास्थ्य हैं और जल्द ही बड़े होंगे. थानाधिकारी ने कहा कि ऐसा करके वे लोगो को यही सन्देश देना चाहते हैं, कि जंगल है तो कल है. जंगल नहीं होने तो ऑक्सीजन के भी लाले पड़ जाएंगे. थानाधिकारी थाने को हरा-भरा कर लोगो को प्रेरित करना चाहते हैं. हर दम सख्ती से पेश आने वाले पुलिस वालों के मन में पर्यावरण को लेकर इतनी हमदर्दी हो सकती है, किसी ने सोचा भी नहीं होगा.
थानाधिकारी की मानें तो वे लोगो को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं और जंगल नहीं होने के दुष्प्रभाव भी बता रहे हैं...ऐसे में हमें वन क्षेत्र के साथ-साथ रहना सीखना होगा और इसे संरक्षण देना होगा. जरुरी है कि सभी थाने और अन्य सरकारी महकमे पेड-पौधों से इसी तरह का प्रेम रखें, लोग जंगलो को जलाने के बजाय उनका संरक्षण करें... तभी पर्यावरण स्वस्थ रह सकता है. दरअसल प्रतापगढ़ जिले में वन क्षेत्र बड़े पैमाने पर है. पर गुज़रे कुछ दिनों में इतनी आग लगी है, कि यह अब चंद दायरे में सिमट कर रह गया है...

बदहाल पड़े जिले के आंगनवाडी केन्द्र. सरकार का नहीं कोई ध्यान. कई भवन गिरने की कगार पर. खास रिपोर्ट.



सरकार ने करोडो रूपए खर्च कर गाँव-गाँव आंगनवाडी केन्द्र खोल थे. इन्ही आंगनवाडी केन्द्रों को प्री-स्कूल के तौर पर भी डेवेलप करने की कवायद की गई. लेकिन इन आंगनवाडी केन्द्रों का आज क्या हाल है, देख आप भी दंग रह जाएंगे.

प्रतापगढ़ में सरकार की कवायद पर सरकार की ही लापरवाही ने पानी फेर दिया है. गाँव-गाँव बच्चों का ख़याल रखने, उन्हें पोषण युक्त आहार देने, शिक्षा देने और कुपोषण को दूर भगाने के मकसद से आंगनवाडी केन्द्र खोले गए थे. लेकिन रखरखाव के आभाव में अब ये भवन बेकार हो रहे हैं. बात प्रतापगढ़ की करें, तो यहाँ अधिकांश आंगनवाडी बदहाल ही पड़े हैं. कई भवन तो कभी भी गिरने की हालत में हैं. जिले में कुल पांच उपखंड है - प्रतापगढ़, धरियावद, पीपलखूंट, अरनोद, छोटीसादडी... सभी में कुल मिलाकर 1126 आंगनवाडी केन्द्र है. रिपोर्ट के मुताबिक 80% आंगनवाडी केन्द्र के भवन बदहाल हैं. कई भवनों की हालत ऐसी है, कि उसमे बैठना खतरे से खाली नहीं है. ऐसी स्थिति में इन्हें तुरंत मरम्मत की ज़रूरत है. जिसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग में अतिरिक्त बजट का कोई प्रावधान नहीं है. विभाग ग्राम पंचायत स्तर पर बजट से भवन मरम्मत करने की राह देख रहा है और इसके लिए प्रस्ताव भी भेज दिया गया है.
बात केवल बदहाल भवनों तक ही सिमित नहीं है. रखरखाव के अभाव में आंगनवाडी केन्द्र में आने वाली हर एक चीज़ जैसे टेबल-कुर्सी भी बेकार हो गए हैं. ऐसी स्थिति में जिले के आंगनवाडी केन्द्रों को इस दुर्दशा से बाहर लाने की ज़रूरत है. ऐसा करने पर ही सरकार का मकसद सफल हो सकेगा.

Saturday, April 9, 2016

अफीम फसल से डोडे लूट ले जाने वाले आरोपी गिरफ्तार. 26 किलो अफीम डोडे भी बरामद. पुलिस ने नाकामयाब की आरोपियों की चाल.





प्रतापगढ़ पुलिस ने खड़ी अफीम की फसल में से डोडा लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है..

प्रतापगढ़ की रठांजना थाना पुलिस को गादोला के रहने वाले लाला अजमेरी ने रिपोर्ट दी थी कि उसकी खड़ी अफीम फसल में से अज्ञात बदमाश बड़ी मात्रा में लगे डोडे लूट कर फरार हो गए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की टीम गठित की. और संभावित जगहों पर दबिश दी गई. आखिरकार पुलिस लूटेरों तक पहुँच ही गई. और आरोपी फ़रियाद अजमेरी और नाहर खान को गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपियों से पुलिस ने लुटे हुए 26 किलो 700 ग्राम अफीम डोडे भी बरामद किए. आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है... गौरतलब है कि प्रार्थी लाला अजमेरी की अफीम फसल मौसमी मार के चलते खराब हो गई थी. जिसके बाद उसने नारकोटिक्स विभाग में फसल उखाद्वाने के लिए आवेदन किया था. पर इससे पहले कि विभाग अफीम उखाड़ने की कार्रवाई करता, चोरों ने अपनी कार्रवाई कर डाली..
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. और पता लगाया जा रहा है कि इन्होने और कहाँ-कहाँ इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है. प्रतापगढ़ जिले में अफीम फसल बड़े स्तर पर होती है, जिस वजह से लूटेरे भी सक्रीय रहते हैं. लूटेरे इन डोडो का इस्तेमाल नशीले पदार्थ बनाने के लिए करते हैं.


190 क्विंटल डोडा चुरा जल कर ख़ाक! विभाग ने दिया कार्रवाई को अंजाम.


प्रतापगढ़ में पुलिस और प्रशासन ने मिल कर फिर डोडा चुरा नष्ट करने की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है... आबकारी विभाग ने अरनोद के गोदाम में रखा 190 क्विंटल की बड़ी मात्रा में डोडा चुरा एक साथ जला कर नष्ट किया है...

सरकार के आदेशों के बाद प्रतापगढ़ जिले में बड़ी मात्रा में डोडा चुरा नष्ट किया जा रहा है. गोमाना और सिद्धपुरा में कार्रवाई के बाद पुलिस ने अब अन्य गोदामो से डोडा चुरा जलाने की कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस और प्रशासन ने मिल कर पहले दिन गोमाना में 60 क्विंटल डोडा चुरा और दूसरे दिन रठांजना थाना क्षेत्र के सिद्धपुरा के गोदाम में रखा 47 क्विंटल डोडा चुरा नष्ट किया था ... इसके बाद पुलिस ने अरनोद डोडा चुरा गोदाम में कार्रवाई की है. पुलिस ने यहाँ 190 क्विंटल डोडा चुरा नष्ट किया है. इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा. साथ ही जिला आबकारी अधिकारी तपिश जैन, अरनोद थानाधिकारी सुनील टेलर मौजूद रहे. राज्य सरकार की ओर से 31 मार्च के बाद गोदाम , दुकानों में रखे डोडा चुरा को नष्ट करने के आदेश दिए गए हैं.जिसके बाद यह कार्रवाई की जा रही है. सरकार की ओर से जारी निर्देश पर जिले में कार्रवाई शुरू की गई.
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ जिला अफीम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ अफीम बड़े पैमाने पर उगाई जाती है. सरकार नशाखोरी पर लगाम लगाने के मकसद से डोडा चुरा को बेन कर रही है. जिसके तहत बड़ी मात्रा में डोडा चुरा जलाया जा रहा है...

Friday, April 8, 2016

बस स्टेंड पर सरेआम दो चोरों की धुनाई. मोबाइल चोरी के आरोप में की धुनाई. पुलिस ने दोनों को लिया हिरासत में. हेरोइन नशे के आदि है दोनों.



प्रतापगढ़ के बस स्टेंड पर सरेआम लोगो ने 2 चोरों की धुनाई कर डाली... एक चोर को नंगा कर दिया तो दूसरे के भी कपडे फाड़ डाले...

प्रतापगढ़ में मुख्य बस स्टेंड पर एक मोबाइल चोरी होने के बाद अफरा-तफरी मच गई. आरोप लगाते हुए दो हेरोइन के नशेड़ियों को घूमते हुए चोरी के आरोप में लोगो ने पकड़ लिया और जम कर पिटाई की. लोगो ने एक को नंगा कर दिया तो दूसरे के भी कपडे फाड़ दिए. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को हिरासत में लिया. पुलिस के अनुसार प्रार्थी दीपक डोशी ने रिपोर्ट दी है कि उसका मोबाइल अज्ञात लोगो ने चोरी किया है. पुलिस ने कहा कि वे हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है, हालांकि अब तक मोबाइल नहीं मिला है.. दरअसल ये दोनों ही आरोपी हेरोइन के नशे के आदि हैं. और जो हेरोइन के नशे के आदि होते हैं, वे अक्सर छोटी-मोटी चीज़ें चुरा कर नशे की लत को पूरी करते हैं. बस इसी वजह से लोगो ने इन पर चोरी का आरोप लगाते हुए धुनाई कर डाली.
चोरी का संदेह होने पर ज़रुरी था कि लोग आरोपियों को सीधे पुलिस के हवाले करें... लोगो ने चोरों को नंगा कर, पिटाई कर ना सिर्फ क़ानून हाथ में लिया है, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार किया है. इससे पहले भी बिलकुल इसी जगह एक चोर को बंधक बना कर धुनाई का मामला सामने आया था, तब पुलिस ने चोर को लोगो के चंगूल से छुडाया था...

सरपंच संघ ने किया काम-काज ठप्प. अरनोद में सरपंचो ने ग्राम पंचायत कार्यालयों पर की तालाबंदी. मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद आदेश प्रसारित नहीं होने का है मामला.

प्रतापगढ़ में सरपंच संघ ने काम-काज ठप्प कर दिया है. सरपंच संघ ने सरकार की घोषणाओं को नाकारा बताते हुए ग्राम पंचायतों पर तालाबंदी कर दी है..

प्रतापगढ़ जिले के सरपंचो ने सरकार का विरोध करते हुए काम ठप्प कर दिया है. और इस विरोध में भाजपा और कोंग्रेस दोनों ही पार्टियों के सरपंच साथ हो गए हैं. इस विरोध की शुरुआत जिले की अरनोद पंचायत समिति से शुरू हुई है. दरअसल चार महीने पहले मुख्यमंत्री ने सरपंच संघ की मांग पर आश्वासन दिया था बावजूद इसके अब तक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने आदेश प्रसारित नहीं किए. दरअसल किसी भी खरीददारी के लिए ग्राम-पंचायतो में निविदा प्रक्रिया को बंद कर सरपंचो को ही खरीददारी के अधिकार दिए जाने थे.. पर यह आश्वासन खोखला साबित हुआ. और इसी बीच प्रतापगढ़ जिला प्रशासन की ओर से अरनोद पंचायत समिति की सभी 29 ग्रामपंचायतों में माल खरीद के लिए टेंडर यानि निविदा निकाल दी गई. बस तभी से विरोध शुरू हो गया है... सरपंच चाहते हैं कि निविदा निरस्त हो और सरकार यह नियम बदले और साथ ही सरपंचो को ही उनके अनुसार किसी भी माल की खरीद करने का अधिकार प्रदान करे. किसी भी माल की खरीददारी के लिए टेंडर नहीं निकाले जाएँ...

अपनी मांग को लेकर सरपंच संघ ने काम ठप्प करना शुरू कर दिया है. शुरुआत अरनोद उपखंड से की गई है जहाँ तमाम ग्रामपंचायतो पर ताले लगे हैं. ऐसे में गाँव-गाँव की व्यवस्था चरमराने की कगार पर है. सरपंच संघ के जिला महामंत्री राजेश कटारा ने कहा कि सरकार सरपंचो के साथ दोहरी नीति अपना रही है, जो अन्यायपूर्ण है. सरकार बात-बात पर निविदा प्रक्रिया अपना रही है. सरकार आदेशों को निरस्त करे. नहीं तो सरपंच विरोध जारी रखेंगा और काम ठप्प रखेंगे.

सरपंचो ने कहा कि पंचायत राज में निविदा प्रक्रिया को बंद कर पंचायत के अधिनस्त ही काम को होने दिया जाए, ताकि गुणवत्ता बनी रहे और काम सुचारू हो...! सरपंच संघ की मांग पर सरकार कब अमल करती है, यह देखने वाली बात होगी. लेकिन तब तक जिले भर के ग्रामपंचायतो में काम प्रभावित होना तय है... नतीजा अभी से नज़र आने लगा है.

Tuesday, April 5, 2016

एक बार फिर भीषण सड़क हादसा! ओवरलोड पिकअप घाटे से पलटी. 2 की मौत, कई घायल.





प्रतापगढ़ आज एक बार फिर एक भीषण पिकअप हादसे से सिहर उठा. इस हादसे में 2 लोगों की मौत के साथ 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए... ग्रामीणों के अनुसार पिकअप में 50 से ज्यादा लोग सवार थे. 

घटना सुहागपुरा थाना क्षेत्र की है. दरअसल प्रतापगढ़-बांसवाडा नेशनल हाईवे 113 को सखथल गाँव से जोड़ने वालीघाटे-नुमा सड़क पर एक ओवरलोड पिकअप पलट गई. यह हादसा बिलकुल NH113 से सटी हुई सड़क पर हुआ. पिकअप ओवरलोड थी इसलिए घाटा चढ़ ना सकी, और रिवर्स आते समय अनियंत्रित होने पर घाटे से नीचे खाई में पलटी खा गई. हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई और सुचना पर पहुंची एम्बुलेंस द्वारा गंभीर घायलों और मृतको जिला चिकित्सालय पहुँचाया गया. दो लोगो को मृत घोषित कर दिया गया. मृतकों में एक 15 साल का नाबालिग भी शामिल है और दूसरा मृतक चोका 55 वर्ष का है. अस्पताल पहुंचे सभी 20 घायलों का उपचार चल रहा है. ग्रामीणों की मानें तो पिकअप में कम से कम 50 थे. जो अपने गाँव से प्रतापगढ़ शहर में आज रंग-तेरस के त्यौहार पर गैर नृत्य खेलने के लिए आ रहे थे. पर यह त्यौहार हादसे में तब्दील हो गया. पिकअप में सवार सभी लोग पुरुष ही थे.
गत दिसंबर माह में हुए पिकअप हादसे में 18 लोगो की मौत हुई थी. पिछले मार्च माह में हुए ओवरलोड पिकअप हादसे में 7 लोगो की मौत हुई थी. और आज फिर एक और हादसे ने दिल-दहला कर रख दिया है. ऐसे में सवाल यह कि कब लोगो में इतनी जागरूकता आएगी!

Monday, April 4, 2016

प्रतापगढ़ में फिर भीषण सड़क हादसा. 6 लोगो की मौके पर ही मौत. जिले भर में शोक की लहर.







प्रतापगढ़ में हुए भीषण सड़क हादसे के बाद जिले भर में शोक की लहर है. सभी 6 मृतको की शवयात्रा एक साथ निकाली गई फिर सभी के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार भी हुआ. इस बेहद गमगीन माहौल में पूरा शहर मानों एक साथ शरीक हुआ. तो वहीं दोनों ही पार्टी के नेताओं ने भी शिरकत की. शव यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. मौके पर भाजपा नेताओं में सांसद सीपी जोशी, प्रतापगढ़ नगरपरिषद सभापति कमलेश डोशी, भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा पहुंचे. इसके अलावा कोंग्रेस नेताओं में कोंग्रेस प्रदेश कमिटी उपाध्यक्ष उदयलाल अंजना, कोंग्रेस प्रदेश महासचिव सुरेन्द्र चंडालिया और सुरेन्द्र बोरदिया भी पहुंचे. सभी ने मृतको के परिवारों को सांत्वना दी. सभी मृतकों की शवयात्रा में शामिल हुए. सभी शवों का अंतिम संस्कार एक साथ हुआ. इस दौरान हर किसी की आँखों में आंसू थे. परिवार के अलावा जिसने भी 6 लोगों की शवयात्रा एक साथ देखी, सभी की आँखे भर आई. 
कई लोगो ने इस गम में अपने प्रतिष्ठान बंद कर लिए हैं. मृतको के परिवारों से नेताओं और आम लोगो के मिलने का सिलसिला जारी है

ऐसा हुआ हादसा- प्रतापगढ़- छोटीसादडी मार्ग पर सियाखेडी में कार और ट्रक भिडंत में एक 13वर्षीय बच्चे समेत 6 लोगों की मौत हो गई. सभी लोग प्रतापगढ़ कृषि मंडी में आयोजित भैरव भक्ति संध्या से घर लौट रहे थे. मृतक गेंदमल, विनोद दक, सुनील दक, नेमीचंद कोठीफोड़ा, अभय नागोरी और यह 13 साल का बच्चा वन्दन छोटीसादडी के ही रहने वाले हैं. 



प्रतापगढ़ के बसाड में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के तहत आयोजित श्रमदान कार्यक्रम में पूरा जिला अधिकारी महकमा आ पहुंचा... यहाँ सभी ने तालाब निर्माण में अपना योगदान दिया. मौके पर जिला कलेक्टर चंद्रशेखर मूथा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनुराग भार्गव, जिल परिषद सी.ओ. रामावतार मीणा समेत समस्त विभागों के जिला अधिकारीयों ने शिरकत की. सभी गेती-फावड़ा लेकर काम पर पहुंचे. सभी ने करीब दो घंटे श्रमदान कर तालाब निर्माण में अपना योगदान दिया. इस सांकेतिक योगदान कार्यक्रम से सन्देश दिया कि जल स्वावलंबन योजना में सभी को मिल कर आगे आना होगा तभी योजना सफल हो सकती है. मौके पर जिला कलेक्टर ने सभी लोगो से योजना में जुड़ कर तन-मन और धन से योगदान देने का आह्वान किया... और कहा कि जल स्वावलंबन योजना को लेकर पूरा जिला प्रशासन काम पर है. सभी मिल कर योजना को सफल बनाने का सतत प्रयास कर रहे हैं. यह योजना आमजन के सहयोग से ही सफल हो सकती है.

प्रतापगढ़-मंदसौर मार्ग किया जाम. प्राइवेट बस एसोसिएशन ने दिया धरना. हाईवे बनाने की है मांग. बदहाल मार्ग पर आना-जाना हुआ मुश्किल.





प्रतापगढ़ में स्थानीय लोगो ने कोंग्रेस और प्राइवेट बस एसोसिएशन के नेतृत्व में राजस्थान-मध्यप्रदेश राजमार्ग जाम कर दिया. यहाँ एक प्राइवेट बस को खड़ा कर मार्ग रोक दिया. इसी बीच गाड़ियों की लंबी लाइन खड़ी हो गई.

प्रतापगढ़ में मंदसौर मार्ग अब एक मुद्दा बनता जा रहा है. दरअसल यह मार्ग प्रतापगढ़ जिले को एमपी के मंदसौर जिले से जोड़ता है. मंदसौर रोड को प्रतापगढ़ की लाइफ-लाइन भी कहा जाता है. क्योंकि शहर का सारा व्यापार इसी रोड से होता है. एमपी सीमा पर होने के चलते यह रोड बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. इस मार्ग का निर्माण कुछ सालों पहले किया गया था. इसके बाद चंद महीनो में मार्ग पूरी तरह उखड गया और उपयोग में ली गई घटिया सामग्री बाहर आने लगी. गारंटी पीरियड में ही रोड टूट जाने पर PWD ने ठेकेदार को मरम्मत का नोटिस दिया, पर कुछ हुआ नहीं. ऐसे में विभाग ने ठेकेदार के 40 लाख रूपए जब्त कर लिए. अब इस रोड का निर्माण कब शुरू होगा जवाब किसी के पास नहीं है. इस रोड से जुड़े मुद्दे जनसुनवाई से लगाकर कोर्ट में भी उठ चुके हैं. बावजूद इसके समाधान हुआ नहीं. ऐसे में प्रदेश कोंग्रेस कमिटी सचिव सुरेन्द्र चंडालिया के नेतृत्व में स्थानीय लोग मंदसौर रोड स्थित अटल द्वार पहुँचे और जाम लगा दिया. यहाँ धरना-प्रदर्शन भी हुआ. वाहनों की लंबी लाइन होती देख पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और समझाइश की गई. तब जाकर कहीं मार्ग खुला. अब कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है.

बदहाली का आलम यह है कि इस मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं, तो वहीं कई बार प्रसूताओं की डिलेवरी रास्ते में ही हो जाती है. 30 किलोमीटर का सफर डेढ़ घंटे में तय हो रहा है. जानकारी के मुताबिक़ अब इसे नेशनल हाईवे निर्माण योजना में ले लिया गया है. पर निर्माण कब शुरू होगा, इसका जवाब नहीं मिलने तक लोगो तक रोष नहीं थमेगा!