प्रतापगढ़ के आबकारी विभाग ने जिले भर में 297 क्विंटल की बड़ी मात्रा में पड़ा हुआ डोडा चुरा नष्ट किया है. डोडाचुरा से बढ़ रहे नशीले पदार्थों के निर्माण को लेकर सरकार भी सक्रीय हुई और यह ऐतिहासिक फ़ैसला लिया गया कि सभी डोडा चुरा गोदामो को बंद कर डोडा चुरा नष्ट किया जाएगा... प्रतापगढ़ भी इस लिस्ट में था, क्योकि यहाँ प्रोडक्शन है ही इतना ज्यादा.. विभाग ने सक्रियता से डोडा चुरा नष्ट करने की कार्रवाई की और पुलिस बल को भी साथ लिया गया... विभाग ने अरनोद के गोदाम में 190 क्विंटल डोडा चुरा, सिद्धपुरा के गोदाम में रखा 47 क्विंटल डोडा चुरा और गोमाना में 60 क्विंटल डोडा चुरा नष्ट किया. इसके बाद रिपोर्ट बना कर मुख्यालय को भेजी.. दरअसल डोडा चुरा भी नशीले पदार्थ बनाने में उपयोग में आने लगा है. डोडा चुरा का इस्तेमाल नशे के कारोबारी नशा बनाने और फिर इसे बेचने में कर रहे है. जिसके बाद इसे बेन करने का फ़ैसला लिया गया है...
गौरतलब है कि राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला अफीम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ अफीम बड़े पैमाने पर उगाई जाती है. सरकार नशाखोरी पर लगाम लगाने के मकसद से डोडा चुरा को बेन कर रही है. जिसके तहत बड़ी मात्रा में डोडा चुरा जलाया गया है.
No comments:
Post a Comment