धरियावद के ये बच्चे बड़ी संख्या में राखियाँ तैयार कर रहे हैं. ये बच्चे विशेष कारीगर तो नहीं है, लेकिन जस्बा भी किसी से कम नहीं है. ये एक स्कूल में पहली से पांचवी कक्षा तक पढने वाले सामान्य बच्चे हैं. जो राखी भेज सैनिकों को यह सन्देश देना चाहते हैं- कि हम सभी आपके साथ हैं. सैनिक सीमा पर तैनात रह कर हमारी रक्षा करते हैं. त्यौहार कोई भी हो, सैनिक उसका तुत्फ़ उठा नहीं पाते. बच्चों की यह अनोखी पहल हर किसी को आकर्षित कर रही है. और सब बच्चों में सैनिकों के प्रति हमदर्दी को सराह रहे हैं. बच्चों द्वारा बनाई गई राखियाँ परफेक्ट तो नहीं है, लेकिन इनमें उनका नन्हा अपनापन है, इसलिए हर कोई इन्हें पसंद कर रहा है. ये बच्चे कई दिनों से राखियां बनाने में लगे हैं.
आजकल लोगों में देश-प्रेम की भावना कम हो रही है. ऐसे में ये बच्चे राखी के माध्यम से सैनिकों को जता रहे हैं, कि हम सब आपके साथ हैं. ये बच्चे मिसाल है उन लोगों के लिए भी, जो अपने जीवन में कहीं-न-कहीं सैनिकों के बलिदान को नज़रंदाज़ कर देते हैं.
संदीप माली, रिपोर्टर, धरियावद
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