चुनाव संपन्न हुए अरसा बीत चूका है, बावजूद इसके प्रचार के लिए लगाए गए बेनर-पोस्टर अभी तक नहीं हटाए गए हैं. विभाग के सुस्त रवैये से अभी भी गली-मोहल्लों में अवैध रूप से बेनर लगे हुए हैं.
चुनाव संपन्न हो गए हैं, लेकिन जगह-जगह लगे बेनर अभी भी वोट की अपील कर रहे हैं. चुनाव संपन्न होने के बाद भी लगे बेनर-पोस्टर को हटाने का ज़िम्मा निर्वाचन विभाग का था. विभाग को चाहिए था कि कर्मचारियों को भेज इन बोर्ड को हटाए. विभाग ने कर्मचारियों को भेजा तो सही, लेकिन कुछ बेनर-पोस्टर हटा कर काम पूरा कर दिया गया. विभाग की लापरवाही के चलते अभी भी कई जगह यह बेनर-पोस्टर लगे हैं. कई जगह तो सरकारी इमारतों और बिजली के खम्बो पर अवैध रूप से बेनर लगे हैं. चौराहों पर बिना परमिशन लगाए गए बड़े बेनर भी अभी तक लगे हैं. लेकिन विभाग इस ओर कोई कारवाई नहीं कर रहा है. इसके अलावा सार्वजनिक जगहों पर लगे बेनर हटाने का काम सबसे पहले किया जाना चाहिए था. लेकिन अब चुनाव होने के बाद भी सार्वजानिक जगहों पर यह बेनर लगे हैं. हाल ही में बेनर हटाते वक्त हुई कर्मचारी की मौत को अधिकारी कारवाई ना करने की वजह बता रहे हैं. और प्रत्याशियों के खर्च से बेनर हटाने की बात कह रहे हैं.
दिनेश मंडोवरा, उपखंड अधिकारी: आचार संहिता पालना के लिए तहसीलदार के साथ दल गठित किया गया था. जिसमें बेनर हटा रहे थे. लेकिन बीच में कर्मचारी के करंट से डेथ के कारण नहीं हटा पाए. अब प्रत्याशियों के खर्चे में शामिल कर इन्हें हटाया जाएगा.
कुछ दिनों पूर्व बेनर हटाते हुए विभागीय कर्मचारी की मौत हो गई थी. जिसके बाद विभाग को यह काम रोकना पड़ा. हमारी पहल के बाद अधिकारी की नींद टूटी और कारवाई की बात कही. देखना होगा अभी भी वोट की अपील कर रहे इन बेनर पर वे कब तक कारवाई कर पाते हैं.
No comments:
Post a Comment