पत्नी घर नहीं लौटी तो पति ने किया अगवाह! बोलेरो में सवार होकर आए आरोपी! दो थानों की पुलिस की उडी नींद! प्रतापगढ़ के पति की शर्मनाक करतूत! यह कहानी है प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र के चतरियाखेड़ी की. चतरियाखेड़ी की गुड्डी मीणा की शादी बांसवाडा के दानपुर थाना क्षेत्र के कुंडलगढ़ के लक्ष्मण मीणा से चार साल पहले हुई थी. अभी पत्नी अपने पति से नाराज़ होकर चार महीनों से अपने पिता के घर रह रही थी. पति ने कई बार पत्नी से माफ़ी मांगी और घर लौटने की मांग की. लेकिन पत्नी की नाराज़गी इतनी थी, कि उसे कभी घर ना लौटने की बात कह डाली. इधर पत्नी का पिता भुवन भी पति पर बात ना करने का दबाव बनाने लगा. बेबस पति के पास अब कोई चारा नहीं बचा था. ऐसे में उसने जुर्म की राह अपना ली. उसने अपनी ही पत्नी को अगवाह करने की साजिश को अंजाम देने का प्लान बनाया इस टीम में उसने अपने ही 7 दोस्तों को शामिल किया. प्लान के मुताबिक सब कुछ ठीक था. पति अपने दोस्तों के साथ पत्नी को अगवाह करने निकला. पत्नी इस वक्त मजदूरी कर घर लौट रही थी. लभी पति वहाँ आ पहुंचा. और जबरन गाडी में बैठा कर निकल पडा. इसकी सुचना किसी ने पत्नी के पिता भुवन मीणा को दी. पिता ने तत्काल सुहागपुरा थाना पुलिस को सूचित किया. सुहागपुरा थाना पुलिस की ओर से मुख्य बांसवाडा मार्ग पर नाकाबंदी करवाई गई. नाकाबंदी देख आरोपियों ने गाडी घुमा ली. और अरनोद की ओर जाने लगे., ऐसे में सुहागपुरा थान पुलिस की ओर से तत्काल अरनोद थाना पुलिस को सुचना दी गई. अरनोद थाना पुलिस ने उसी वक्त गौतमेश्वर मार्ग पर नाकाबंदी की. अब आरोपी फस चूका था. आगे अरनोद पुलिस थी और पीछे सुहागपुरा पुलिस. आरोपियों के पास कोई रास्ता नहीं बचा था. लिहाजा पुलिस ने सभी आरोपियों को धर-दबोचा. इस तरह सभी आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए, वहीँ बोलेरो कार बरामद हुई.
इश्वर सिंह, ASI : गुड्डी को कुछ बदमाश एक बोलेरो में बैठा कर जबरन ले गए थे. ये मजदूरी करके आ रही थी. नाकाबंदी करवाई. और थाने से जाब्ते के साथ सभी पहुंचे. सुहागपुरा से बदमाश अरनोद जाने लगे. वहाँ अरनोद पुलिस और हमने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. आठ युवकों को गिरफ्तार किया.
गुड्डी मीणा, पीडिता : काम करके आ रही थी. तभी एक गाडी में बैठा कर ले गए. बांसवाडा रोड पर ले गए. फिर वापिस नाकाबंदी से पलट कर गौतमेश्वर रोड आ गए. वहाँ पुलिस ने रोका.
शादी और शादी के बाद विवाद का यह पहला मामला नहीं है. इन दिनों दम्पत्तियों के झगडे अपराध की राह अपना लेते हैं, और यह आम हो चला है. ज़रूरत हैं कि लोग मामलों को राजीनामे से सुलझा सकें. ताकि इस तरह के अपराधों पर लगाम लग सके.
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