प्रतापगढ़ में 15 दिन गुजर गए हैं, और पानी की एक बूंद लोगों के घर नहीं पहुंची है. व्यवस्था की बदहाली ऐसी है कई बार शिकायतें देने के बाद भी कारवाई नहीं हुई. लोगों की मानें तो विभाग की ओर से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता. पानी की बिगड़ी व्यवस्था पर आज लोगों का गुस्सा फूट पडा. महिलाएं सड़कों पर आकर आंदोलन करने लगी. महिलाओं ने पानी की टंकियां लगा कर कृषि मंडी रोड पूरी तरह जाम कर दिया. महिलाएं थी, इसलिए पुलिस भी कुछ नहीं कर पाई. आखिरकार महिला पुलिस कर्मियों को यहाँ बुलाना पढ़ा. लेकिन महिलाऐं नहीं हटी. इनका कहना है कि 15 दिनों से शहर में पानी बंद है. लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. सरकार एक ओर लोगों को पानी-बिजली हरदम मुहैया करने की बात कहती है, वहीँ प्रतापगढ़ की स्थिति अलग है. जाखम बाँध में लबालब पानी भरा है. बावजूद इसके जलापूर्ति नहीं की जा रही है. ये महिलाऐं अभी भी यहीं रोड पर जाम लगा कर बैठी हैं, और इनका कहना है कि जब तक जलापूर्ति शुरू नहीं होती, ये यहाँ से नहीं हटेंगी!!
लाता शर्मा, स्थानीय महिला : कई दिनों से पानी नहीं आ रहा है. महिलाऐं और बच्चे तो बहुत परेशान है. कब होगा इसका समाधान.
अश्विनी शर्मा, स्थानीय महिला : चार दिन में दो लेकिन पानी दो! अब हालत बिगड़ती जा रही है. इसको सहन नहीं किया जा सकता.
पुष्प मेहता, , स्थानीय महिला : बिना पानी के हालत बेकार है. खाना बनाने के लिए तक पानी नहीं है. बिना पानी सब प्यासे रहते हैं. एक बार भी पानी नहीं आता.
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