अक्सर किसी भी घटना में लोग तुरंत इलाज के अभाव में दम तोड़ देते हैं. जिले में गत दिनों एक्सीडेंट समेत कई घटनाएँ बढ़ी है, जिसमें लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए, और कई लोगों की जानें भी गई है. ऐसे में लोगों को तुरंत राहत पहुँचाने की मंशा को सफल बनाने के लिए एसपी ने सभी थानाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी हर गाडी में फर्स्ट-एड-किट रखे, और साथ ही एक स्ट्रेचर भी. कभी भी कहीं कोई घायल मिले, या किसी को मदद की ज़रूरत हो, तो एक चिकित्सक बन कर उसका उपचार करें. उन घायलों को ज़िम्मेदारी से निकटतम अस्पताल पहुंचाएं और उसका इलाज कराएं. एसपी ने सभी को निर्देशित किया है कि कम से कम इलाज के अभाव में किसी भी दुर्घटना से पीड़ित शख्स की मृत्यु ना हो. सभी को उपचार मिल सके. योजना को सफल बनाने के लिए CMHO से भी बात हो गई है, जिन्होंने भी पहल को जनहित में मानते हुए रजामंदी दी है, और सभी को किट उपलब्ध कराने की बात कही है. किसी भी घटनास्थल पर पुलिस एम्बुलेंस से पहले पहुँच सकती हैं. क्योंकि जगह-जगह चौकी और थाने होते हैं, जो कि अधिकतर स्थलों से निकट ही पड़ते हैं. जबकि एम्बुलेंस सिर्फ गिनी-चुनी जगह ही उपलब्ध होती हैं. ऐसे में पुलिस अगर चिकित्सक बनती है, तो घायलों के लिए इससे अच्छा क्या हो सकता है! एम्बुलेंस आने तक पुलिस घायल को कुछ राहत दे सकती है.
रतन सिंह, अतिरीक्त पुलिस अधीक्षक: लोगों को तुरंत राहत देने, शीघ्र अस्पताल पहुँचाने के लिए निर्णय लिया. सभी को निर्देशित किया, कि सभी अपने वाहन में एक प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स रखेंगे. इस सम्बन्ध में CMHO से भी बात की है.
आज के समय में अक्सर लोग किसी दुर्घटनाग्रस्त को देख मूह मोड़ लेते हैं. अक्सर लोग इस बात से ही डरे हुए होते हैं कि कहीं उन्ही पर इलज़ाम ना आ जाए. लेकिन पुलिस ने यह पहल शुरू कर ना सिर्फ लोगों की यह भ्रान्ति दूर करने का प्रयास किया है, बल्कि लोगों को राहत पहुंचाने का अहम कदम भी उठाया है.
रतन सिंह, अतिरीक्त पुलिस अधीक्षक: लोगों को तुरंत राहत देने, शीघ्र अस्पताल पहुँचाने के लिए निर्णय लिया. सभी को निर्देशित किया, कि सभी अपने वाहन में एक प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स रखेंगे. इस सम्बन्ध में CMHO से भी बात की है.
आज के समय में अक्सर लोग किसी दुर्घटनाग्रस्त को देख मूह मोड़ लेते हैं. अक्सर लोग इस बात से ही डरे हुए होते हैं कि कहीं उन्ही पर इलज़ाम ना आ जाए. लेकिन पुलिस ने यह पहल शुरू कर ना सिर्फ लोगों की यह भ्रान्ति दूर करने का प्रयास किया है, बल्कि लोगों को राहत पहुंचाने का अहम कदम भी उठाया है.
No comments:
Post a Comment