प्रतापगढ़ में NH 113 निर्माण से ही सुर्ख़ियों में है. क्योंकि निर्माण से ही इसमें तरह तरह के घोटाले निकल कर आ रहे हैं. पहले सही नियमों के अनुसार निर्माण ना होने का मामला सामने आया , और अब भूमि अधिग्रहण के मामले ने टूल पकड़ लिया है. किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. धमोतर से किसान मिनी सचिवालय पहुंचे. यहाँ किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार ने NH के मेप में महज़ 7 मीटर भूमि अधिग्रहण बताया हुआ है, जबकि असल में 22 मीटर भूमि अधिग्रहित कर ली गई है. ऐसे में मुआवजा भी सिर्फ 7 मीटर का ही मिला है. किसानों का यह भी कहना है - कि हाइवे निर्माण के पहले इन्हें बताया भी नहीं गया था, कि इनके कौन-कौन से घर टूटने के दायरे में है. और अब अचानक से घर भी टुडे जा रहे हैं. किसानों का आरोप है कि ठेकेदार और सरकार मिली भगत कर किसानों का हक छीन रहे हैं.
किसानों का मानना है कि यहाँ टू-लेन का हाइवे बनाया जा रहा है और भूमि अधिग्रहण फॉर-लेन हाइवे की तर्ज पर की जा रही है. इनको हमेशा हाइवे औथोरिटी कहती रही कि उनके घर-खेत टूट क्षेत्र में नहीं है. लेकिन अब वे इन्हें तोड़ने आ रहे हैं. ऐसे में ये कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मनीष नागर, वकील : आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मेज़रमेंट से काम नहीं हुआ. सभी के मकान और दूकान बने हैं. कोइ मुआवजा नहीं है. कम्पनी मकान गिराने पर अआमादा है. हम कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. 60 दिनों का नोटिस देना चाहिए, वो भी नहीं दिया है. आज तक मुआवजा नहीं दिया गया है. गलत प्रक्रिया का उपयोग कर जमीन हडपना चाहते हैं.
मुंशीलाल मीणा, किसान : यह फॉर लेन की जमीन ले रहे हैं और टू लेन बना रहे हैं. 7 मीटर जमीन बताई हुई है, और 22 मीटर जमीन ले रहे हैं और मुआवजा भी 7 का ही दे रहे हैं. यह हमको समझाते रहे और हम मानते रहे. लेकिन अब तो घर तोड़ रहे हैं.
जिला कलेक्टर ने पूरे मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है-
सत्य प्रकाश बसवाला, जिला कलेक्टर : यह कोर्ट का प्रकरण हैं. सम्बंधित SDM को कह दिया गया है, वो इसे देख कर कार्रवाई करेंगे...
किसानों की जमीन हथियाने का यह पहला मामला नहीं है. लेकिन प्रशासन की ओर से कोई दबाव ना बनता देख ठेकेदार के भी हौंसले बुलंद हो रहे हैं. इस हाइवे का निर्माण कोंग्रेस उपाध्यक्ष उदयलाल अंजना ने किया है. ठेकेदार भी रसूखवाले हैं! ऐसे में किसान उन पर प्रशासनिक मिलीभगत की बात भी कह रहे हैं.
मुंशीलाल मीणा, किसान : यह फॉर लेन की जमीन ले रहे हैं और टू लेन बना रहे हैं. 7 मीटर जमीन बताई हुई है, और 22 मीटर जमीन ले रहे हैं और मुआवजा भी 7 का ही दे रहे हैं. यह हमको समझाते रहे और हम मानते रहे. लेकिन अब तो घर तोड़ रहे हैं.
जिला कलेक्टर ने पूरे मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है-
सत्य प्रकाश बसवाला, जिला कलेक्टर : यह कोर्ट का प्रकरण हैं. सम्बंधित SDM को कह दिया गया है, वो इसे देख कर कार्रवाई करेंगे...
किसानों की जमीन हथियाने का यह पहला मामला नहीं है. लेकिन प्रशासन की ओर से कोई दबाव ना बनता देख ठेकेदार के भी हौंसले बुलंद हो रहे हैं. इस हाइवे का निर्माण कोंग्रेस उपाध्यक्ष उदयलाल अंजना ने किया है. ठेकेदार भी रसूखवाले हैं! ऐसे में किसान उन पर प्रशासनिक मिलीभगत की बात भी कह रहे हैं.
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