Tuesday, July 14, 2015



प्रतापगढ़ के किसान इन दिनों एक नई समस्या से घिरे हुए हैं! किसानों की परेशानी यह है कि बारिश नहीं आ रही है. फसलें तो बो दी, लेकिन इंद्रदेव मेहरबान नहीं है, लिहाज़ा किसान अब चिंता में डूबे नजर आ रहे हैं. प्रतापगढ़ के किसानों के साथ अब एक नई समस्या पैदा हो गई है. मानसून का आगाज़ हुआ, और किसान एक साथ खेती में जुट गए! खेत में बुवाई का काम करने के लिए किसानों ने दिन-रात एक कर दिए. कड़ी मेहनत के बाद बुवाई का काम पूरा हुआ. अब किसानों को सिर्फ बारिश का इंतजार था. कहते हैं बुवाई के बाद मानसून की पहली बारिश किसानों के चहरों पर मुस्कान ले आती है. लेकिन इस बार किसानों के चेहरों पर मुस्कान नहीं, बल्कि ललाट पर चिंता की लकीरें नजर आ रही हैं. बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं. फसलों को पानी नहीं मिल रहा है, ऐसे में पानी का संकट मंडरा रहा है. कुछ किसान पूंजी खर्च कर पानी का जुगाड़ कहीं न कहीं से कर लेते हैं, लेकिन बारिश के बिना गरीब किसानों की तो कमर टूट जाती है. किसानों का कहना है कि बारिश के बिना सब मुहाल है. और अब कैसे भी इन्हें बारिश का इंतज़ार है.

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