प्रतापगढ़ में अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. अपराधियों की लिस्ट दिन-ब-दिन बढती जा रही है. जिस वजह से पुलिस प्रशासन पर भी दबाव है. मौजूदा थानों से हर इलाके के अपराधों पर लगाम नहीं लगाया जा सकता. इसलिए प्रतापगढ़ पुलिस ने नया फैसला लिया है.
प्रतापगढ़ जिले में बढ़ते अपराध के ग्राफ को देखते हुए नए थाने और चोकियाँ बनाई जा रही है. इसके अलावा उपखंड के समान्तर वृत्त कार्यालय भी खोले जा रहे हैं. इसके लिए विभाग ने प्रस्ताव भेज दिया है. और कई जगह तो निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है. पुलिस का मानना है कि ऐसा करने से अपराधों पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा. मुख्यालय से स्वीकृति के बाद और चोकियों-वृत्त कार्यालय निर्माण का काम शुरू कर दिया जाएगा. गौरतलब है की जिलों के पुनर्गठन के बाद राज्य सरकार की ओर से उपखंड मुख्यालयों के समान्तर पुलिस वृत्त कार्यालय खोले जाने है. जिले में अभी प्रतापगढ़, छोटीसादडी, धरियावद और पीपलखूंट में वृत्त कार्यालय हैं. जबकि अरनोद में उपखंड कार्यालय तो है, लेकिन वृत्त कार्यालय नहीं है. इसमें अरनोद, सालमगढ़ और कोटडी थाने को शामिल किया जाएगा. कोटडी को इसमें प्रस्तावित किया गया है, क्योंकि प्रतापगढ़ में फिरौती-फायरिंग से जुड़े अधिकतर लोग यहीं से आते हैं! यह प्रतापगढ़ का क्राइम पॉइंट है. इसके अलावा पीपलखूंट में पीपलखूंट, घंटाली और सुहागपुरा थाना शामिल होंगे. प्रतापगढ़ में प्रतापगढ़, हथुनिया, राथान्जना, धमोतर थाने शामिल होंगे. छोटी सादडी में धोपलानी और प्रस्तावित जलोदा जागीर थाना शामिल होंगे. धरियावाद में धरियावाद, पारसोला, देवगढ़ थाने शामिल होंगे.
जिले में अभी 14 थाने, एक महिला थाना और 15 चोकियाँ हैं. सामानांतर प्रक्रिया के तहत स्वीकृति के बाद कुल 19 थाने और 15 चोकियाँ हो जाएंगी. कोतवाली थाने में भी रिपोर्ट लगातार बढती जा रही है. इसे देखने हुए सदर थाने का प्रस्ताव भी भेज दिया गया है. अभी कोतवाली में 600 से अधिक प्रकरण प्रतिवर्ष दर्ज किए जा रहे हैं. इसके अलावा शहर में चौकियों की संख्या भी चार की जाएगी. अभी सूरजपोल, क़स्बा और जिला चिकित्सालय में चौकी है. इधर शहर के इंद्रा कोलोनी में चौकी निर्माण कार्य जारी है, जहाँ अस्थाई रूप से पुलिस कर्मी काम कर रहे हैं. इस चौकी के अधीन दिपेश्वर मंदिर, तालाब, राजकीय महाविद्यालय, सर्किट हाउस, इंद्रा कोलोनी, मैला मैदान शामिल होंगे. इसके साथ ही अप्पर्धियों की हिस्टरीशीट भी तैयार की जा रही है. अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं. नए थानों से पुलिस को आशा है कि अपराध पर काफी अंकुश लगेगा. देखना होगा पुलिस की ये मुहीम कितना रंग ला पाती है!
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