प्रतापगढ़ के धरियावद उपखंड के गाड़रियावास ग्राम पंचायत में खाद्य सुरक्षा योजना सूची में नाम हटाए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा खडा कर दिया... लोगों ने प्रशासन का घेराव किया और जम कर खरी-खोटी सुनाई ! ग्रामीणों का आरोप है प्रशासन द्वारा बिना किसी सर्वे के पात्र लोगो के नाम खाद्य सुरक्षा सूची से हटा दिए गए... अपात्र लोगो के नाम सूचि में शामिल है जो की सरकार की योजना का अवैध तरीके से फायदा ले रहे है..ये वे रसूख वाले लोग हैं, जिन्होंने अपने दम पर गरीबों के नाम हटवा कर खुद के नाम जुडवाए हैं. गुस्साए ग्रामीणों ने करीब एक घण्टे से ज्यादा वक्त तक अधिकारीयों को घेरा और खरी खोटी सुनाई... इधर सुचना मिलते है धरियावद नायब तहसीलदार नानालाल मेघवाल पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे...और गुस्साए ग्रामीणों से समझाइश की. ग्रामीणों ने मांग की है खाद्य सुरक्षा सूची में बदलाव कर पात्र लोगो को शामिल किया जाए... ताकि वे गरीब लोग इसका फायदा ले सकें, जिनका गुज़ारा इस योजना के बगैर नहीं चल सकता.
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ जिले में हजारों गरीबों को योजना से बाहर कर दिया गया है, जिसका कारण विभाग स्पष्ट नहीं कर पा रहा है. खबर यह भी है कि ऐसा विभाग ने अपना सरदर्द कम करने के लिए किया है... ताकि उन्हें टारगेट से ज्यादा अनाज नहीं देना पड़े. प्रशासन के आदेश थे कि ऐसे 30% लोगों को योजना से बाहर किया जाए, जो गरीब नहीं है, या फिर जो अपना गुज़ारा करने में सक्षम हैं. इसके लिए बकायदा सर्वे करने के आदेश थे. लेकिन चार दीवारी के बीच बैठे अधिकारीयों ने सर्वे किए बिना ही फर्जी रिपोर्ट बना कर लोगों को बाहर कर दिया. अमीरों को हटाना था, लेकिन यहाँ तो अमीर योजना में आ गए, और गरीब बाहर हो गए... गरीब ग्रामवासियों का हक छीन बैठे रसूखवालों पर तो कार्रवाई हो नहीं रही, ऊपर से लगातार गरीबो को ही बाहर किया जा रहा है...
गिरीश पालीवाल के साथ संदीप माली की रिपोर्ट, धरियावाद