Tuesday, September 29, 2015

मंडी व्यवस्थाओं से किसान परेशान. मुलभुत सुविधा भी नहीं है मुहैया. मंडी प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं. सोयाबीन बेचने आ रहे किसान.






प्रतापगढ़ में जिले में सोयाबीन की फसल पकने लगी है. कई जगह सोयाबीन की थ्रेसिंग शुरू हो गई है... कृषि मंडी में सोयाबीन की अच्छी आवक हो रही है, लेकिन मंडी की बिगड़ी व्यवस्था का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है...

पिछले चार दनों से कृषि उपज मंडी में सोयाबीन का व्यवसाय शुरू हो चूका है. पहले दिन सोयाबीन की मंडी में अच्छी आवक हुई. यहाँ पहले दिन एक हज़ार बोरी की आवक हुई. मंडी अध्यक्ष का कहना है कि किसानों उनके सोयाबीन के बेहद अच्छे भाव मिल रहे हैं. लेकिन इधर किसानों का मानना है कि मंडी में अव्यवस्थाओं के चलते परेशानी बढ़ रही है. किसानों का यह भी आरोप है कि समय पर नीलामी नहीं हो रही है, साथ ही इस भीषण गर्मी में प्यास बुझाने के लिए पेयजल भी नहीं है. व्यवस्था के अभाव में कहीं पर भी सोयाबीन के ढेर डालने पड़ रहे हैं. आवक ज्यादा होने से चोरी का खतरा भी बढ़ गया है, बावजूद इसके कोई सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं हैं. किसान खुद ही अपने अनाज की रक्षा करने को मजबूर हैं. जिसके लिए इधर-उधर मंडी परिसर में ही सो कर रात गुजारनी पड़ रही है...

कृषि मंडी में किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है... यह उदयपुर संभाग की सबसे बड़ी मंडी होने के साथ साथ "अ" श्रेणी की मंडी है , बावजूद इसके यहाँ सबसे ज्यादा लापरवाही बरती जा रही है.


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