Saturday, September 12, 2015

पुलिस को फिर मिली सफलता. विंडमिल से बेशकीमती सामान चुराने वाला गिरोह गिरफ्तार. बाड़मेर-जैसलमेर से प्रशिक्षित हैं आरोपी.




प्रतापगढ़ पुलिस ने विंडमिल से बेशकीमती सामानों की लाखों की चोरी करने वाले शातिर गिरोह का भांडाफोड़ किया है. इस गिरोह ने विंडमिल व्यवसाइयों की नाक में दम कर रखा था. जब प्रतापगढ़ पुलिस को पूरे मामले की भनक लगी, तो कार्रवाई का प्लान बनाया... और गिरोह को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश करके रख दिया. क्या है पूरा मामला? देखिए इस रिपोर्ट में.


जिन लोगों को आप देख रहे हैं, ये आम लोग नहीं, बल्कि शातिर-ट्रेंड चोर हैं, जो कि विंडमिल से तार चुराने में माहिर है. ये चोर बड़े ही नायाब तरीके से चोरी को अंजाम देते थे. एक ही चोरी में लाखों रूपए कमा लिया करते. विंडमिल से चोरी करने के लिए ये सबसे पहले मुख्य दरवाज़े का ताला तोड़ते. उसके बाद सिरे से निचे तक तार को काटते, ऐसे करीब 27 फीट लम्बा तार ये लोग काट कर ले जाते. बाद में इस तार को बेच मोटी रकम कमाते.


प्रतापगढ़ पुलिस को सुचना मिल रही थी कि बाड़मेर से आया हुआ विंडमिल में बेशकीमती सामान की चोरी करने वाला गिरोह प्रतापगढ़ में सक्रीय है. ऐसे में पुलिस सतर्क हुई और कार्रवाई के लिए टीम गठित की, जिसमे धमोतर थाना और देवगढ़ थाना की पुलिस शामिल रही. पुलिस ने देवगढ़ थाना क्षेत्र के चित्तोड़ी में दबिश दी, और 8 आरोपियों को माल समेत गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से पुलिस ने 12 केबल का सेट बरामद किया है, जिसकी कीमत 8 लाख रूपए है. ये दस लोगों की गेंग है, जिसका मुख्य सरगना कैलाश मीणा है, जिसकी उम्र महज़ 25 वर्ष है, यह भी गिरफ्त में है. इस गेंग का आपराधिक क्षेत्र बाड़मेर है, जो प्रतापगढ़ में भी अपराध करने आए हुए हैं. ये गिरोह बाड़मेर में भी चोरियां कर चुके हैं. फिलहाल 2 आरोपी गिरफ्त से बाहर हैं...


गौरतलब है कि विंड पावर की एक यूनिट की कीमत 2 से 3 करोड़ की होती है, जिसमें बेशकीमती सामान होता.एक पंखे में 12 केबल होती हैं, प्रत्येक केबल की लम्बाई 27 फीट होती है... 12 केबल की कीमत 8 लाख रूपए हैं, ऐसे एक पंखे से चोरी कर आठ लाख रूपए कमा लेते और तीनों पंखो की चोरी कर 24 लाख कमाते. इन तारों में से बड़ी मात्रा में ताम्बा निकलता है, जो महंगे दाम पर बिकता है. प्रतापगढ़ में इन्होने तीन वारदातों को अंजाम दिया है...


पुलिस ने साफ़ किया है, कि ये आरोपी बाड़मेर और जेसलमेर से प्रशिक्षित हैं, जो पावर प्लांट में काम कर चुके हैं. इन लोगों ने प्रतापगढ़ में बड़ी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया, लेकिन जल्द ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए. 1 सितम्बर से 10 सितम्बर के बिच इन्होने तीन जगहों पर चोरियां की. इन्होने धमोतर थाना क्षेत्र में, सुहागपुरा थाना क्षेत्र में और देवगढ़ थाना क्षेत्र में वारदातों को अंजाम दिया.. ये चोर रात में ही चोरियां करते, क्योंकि विंडमिल के आस-पास खेतों में छिपना बेहद आसन होता है. एक विंड मिल का पंखा अमूमन 285 फीट ऊंचा होता है. पहले तो ये 285 फीट ऊपर पहुँचते. इनके बाद स्पेशल हथियार से वायर की कटिंग करते. इसको काट कर चुरा ले जाते. बाद में इसे बेच कर मोटी रकम कमाते.

प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने सुचना मिलते ही कार्रवाई के निर्देश दिए. मोनिटरिंग के बाद पुलिस की विशेष टीम कार्रवाई के लिए गठित की गई. यह टीम संदिग्ध जगहों पर दबिश देने पहुंची और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पूरे मामले में कुल 8 लोगों की गिरफ़्तारी हुई. इन आरोपियों से पुलिस ने बड़ी मात्रा में तार बरामद किया है, जिसकी कीमत आठ लाख रूपए आंकी जा रही है...

श्री कालू राम रावत, एस पी : गत दिनों कुछ लोगों ने विंडमिल से कीमती सामन जैसे इलेक्ट्रिक वायर, ताम्बे के वायर चुराए थे. कुछ गोपनीय और तकनिकी सूत्रों से कार्रवाई की. जानकारी में आया कि ये लोग बाड़मेर और जेसलमेर के पावर विंड सेक्टर में काम कर चुके हैं, जो यहाँ घूम रहे हैं... कुछ संगीध लोगों के घरों में तलाशी ली. देव्दघ थाना क्षेत्र में आठ लोग पकड़ में आए हैं. जिन्होंने 2 जगह वारदात करना कुबूला है... विंड पावर की निजी कंपनी के प्लांट यहाँ लगे हुए हैं. विंड पावर में जो यूनिट बनती है, जो 2-3 करोड़ की होती है. इसमें बहुमूल्य उपकरण होते हैं. एक व्यक्ति ऐसा पकड़ में आया जिसने जेसलमेर में काम किया हुआ है, जो तकनिकी जानकारी रखता है...

प्रतापगढ़ पहाड़ी इलाका है. ऐसे में बिजली उत्पादन के मकसद से यहाँ बड़े पैमाने पर विंड मिल लगाईं गई है. जिसमें बेशकीमती सामान होते हैं. और अक्सर चोरों को इसी की तलाश होती है. फिलहाल पुलिस की इस कार्रवाई से चोर गिरोह में हडकंप है.

No comments:

Post a Comment