प्रतापगढ़ में पानी नहीं मिलने से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने मुख्य सदर बाज़ार को पूरी तरह जाम कर दिया.. शहर भर के लोग बाज़ार में जमा होने लगे.. मटके फोड़े गए... प्रशासनिक अधिकारियो के ना पहुँचने से गुस्सा और बढ़ने लगा और मामले ने जल्द ही तूल पकड़ लिया. लोगों ने जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू की.
दरअसल प्रतापगढ़ में सप्ताह भर से पेयजल आपूर्ति ठप्प पड़ी है. हालत यह हो गई है कि लोग बूँद-बूँद को भी तरस रहे हैं. ऐसे में आंदोलन शुरू हो गया है. अधिकारी आश्वासन देने पहुंचे तो लोगों ने उसे भी नहीं मना... लोगों ने कहा कि इस तरह के आश्वासन रोज सुनते हैं, पर कार्रवाई कभी होती नहीं. हालात बिगड़ते देख पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे मामला शांत कराया... अधिकारीयों ने आज ही जलापूर्ति करने की बात कही, तब जाकर कहीं लोग अपने घर लौटे.
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के जाखम बाँध में भरपूर पानी है. यहीं से शहर तक पानी पहुँचता है. लेकिन पानी सप्लाई के पुराने ढाँचे और अधिकारीयों की लापरवाही से जलापूर्ति नहीं होती. अगर सरकार चाहे तो योजना चला कर इस समस्या को हल कर सकती है. प्रशासन को समझना होगा कि पानी की अहमियत क्या होती है! क्योंकि जनता अब पानी के लिए सड़कों पर आने लगी है.
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