Tuesday, September 22, 2015

जलदाय विभाग की बिजली अभाव में बिगड़ी स्थिति! पानी के लिए शहर भर में त्राहि-त्राहि. विभागों की गहमा-गहमी में जनता फसी! स्पेशल रिपोर्ट.






प्रतापगढ़ में जलदाय विभाग बिजली के अभाव में अजीबो-गरीब स्थिति में है. एक तरफ लोग पानी के लिए हाहाकार मचा रहे हैं, तो इधर बिजली आपूर्ति न होने से विभाग पानी मुहैया नहीं करा पा रहा. हज़ार दरख्वास्त करने के बाद भी कार्रवाई न होने पर विभाग बेबस महसूस करने लगा, तो वहीँ लोग पानी की बूँद-बूँद को तरस रहे हैं.

प्रतापगढ़वासी इन दिनों विभागों की बिगड़ी व्यवस्था के चलते बेहाल हो रहे हैं. जलदाय विभाग के पास बिजली नहीं है, तो विद्युत विभाग बिजली दे नहीं रहा है. दोनों विभागों की गहमा-गहमी के बीच आम जनता पानी-पानी को तरसने के लिए मजबूर चली है...

डी.डी. सिंह राणावत, वरिष्ट नागरिक (अध्यक्ष, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा) : आज से 3-4 साल पहले पानी की अच्छी सप्लाई होती थी. रोज़ पानी आता था. अभी ऐसी स्थिति हो गई है कि पानी नियमित रूप से नहीं आ रहा. 7-8 दिन में पानी आता है. जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. जनता ने आवाज़ उठाई है. लेकिन कोई धनि-धोरी नहीं है इस विभाग का... आज के 21 वीं सदी में भी अगर सर पर मटकी लेके पानी लाना पड़े तो शर्म की बात है. जाखम डेम पूरा भरा है लेकिन सप्लाई क्यों नहीं हो रही है... प्रतापगढ़ में इतना पानी है कि रोज़ सप्लाई हो सकती है...


जलदाय विभाग की हालत यह है कि 24 घंटों में महज़ 4-5 घंटे ही बिजली मिल पाती है. कभी कभी तो पूरे दिन बंद रहती है. ऐसे में वे स्टोरेज टंकी नहीं भर सकते, न ही जाखम बाँध से पानी खींच कर ला पाते हैं. एक आधे घंटे की ट्रिपिंग से भी पानी वापिस बाँध में उतर जाता है. ऐसी तमाम समस्याएँ हैं, जिससे विभाग परेशान है. विद्युत विभाग के ढीले रवैये से जलदाय विभाग परेशान हो चला है. अधिकारीयों से कई बार गुहार लगाईं, लेकिन समाधान नहीं हुआ..

सुनील मानवताल, अधिशाषी अभियंता, जलदाय विभाग : पिछले एक वीक से पानी सप्लाई में बहुत दिक्कत आ रही है. लगातार फाल्ट आ रहे हैं बिजली में . 18 तारीख को 3 घंटे लाईट आई है. 19 को पांच घंटे लगातार लाईट गई है, इसके अलावा ट्रिपिंग आई है. यह ट्रिपिंग 5-6 घंटे की सप्लाई में ट्रिपिंग आती है, तो पानी की सप्लाई नहीं होती. 20 तारीख को भी कितना फाल्ट रहा है! फिर लाईट आई 15 मिनट के लिए.. शाम को एक बार 4 बजे लाईट गई, जो रात भर नहीं आई... हमें काफी दिक्कत का सामने करना पड  रहा है... RSEB के अधिकारी से बात की है, उन्हें अवगत कराया है कि पानी नहीं दे पा रहे हैं, जिससे जनाक्रोश बढ़ रहा है.  
हम जाखम से पानी देते हैं, जिसके लिए कम से कम 20-22 घंटे की लगातार सप्लाई चाहिए. एक बार भी ट्रिपिंग आती है तो सप्लाई में काफी फर्क पड़ता है. एक दस मिनट के ट्रिपिंग से भी 2-3 घंटे का फर्क पड़ता है. शहरवासियों के अन्दर जनाक्रोश रहता है, जब सप्लाई नहीं दे पाते. बिजली नहीं मिलने से हम सप्लाई नहीं कर पाते. प्रतापगढ़ के लोगों को रहता है कि जाखम में पानी है, फिर भी विभाग लापरवाही कर रहा है. हमको अगर सुचारू बिजली दी जाए, तो मैं सुचारू रूप से पानी दे सकते हैं.

जलदाय विभाग के आरोपों को विद्युत विभाग के अधिकारी खारिज कर रहे हैं. इनका तो कहना है कि खुद जलदाय विभाग की पाइप लाइनें टूटी है, और इसी वजह से बिजली आने पर भी जलापूर्ति नहीं हो पा रही है...

आर.एस. चौहान, अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत विभाग : सुबह ओस गिरती है, तो फाल्ट होता है. उससे समस्या आती है. जिसे दिखाया जा रहा है... हमारी बिजली उन्हें मिलती है, बहुत अच्छी मिलती है. पानी नहीं मिलने का मुख्य कारण है कि पाइप लाइन पुरानी है, जिससे वे पानी नहीं दे पाते हैं. वो कहते हैं कि 94 करोड़ का प्रोजेक्ट है, यह नई लाइन डालने के बाद ही सोल्यूशन होगा... यह बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. हम कोशिश करते हैं कि इन्हें बिजली मिले...


सरकार ने प्रतापगढ़ जिले की जल समस्या को देखते हुए 94 करोड़ की नई योजना शुरू की है. जिसके चलते बिजली समेत पाइप लाइनों सम्बन्धी सभी समस्याओं का निदान किया जाएगा. लेकिन यह योजना कब तक मूल रूप धारण करेगी, कहा नहीं जा सकता. प्रतापगढ़ के जाखम बाँध में भरपूर पानी है, जिसके बूते रोज़ पानी की सप्लाई की जा सकती है. लेकिन बिगड़ी व्यवस्था के चलते सारे संसाधन बेकार साबित हो रहे हैं. बहरहाल विभागों की आपसी नोक-झोक में लोग परेशान हैं... क्योंकि लोगों को तो बस - पानी चाहिए! भले कारण कुछ भी हो!

No comments:

Post a Comment