प्रतापगढ़ फिरौती और फायरिंग के लिए कुख्यात है. यह ऐसी जगह है जहाँ बात-बात पर गोली चलाना, किसी की जान लेना आम हो चला है. घटना जिले के बसाड़ की है. प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र के बसाड़ में चार माह पहले युवक पर्वत सिंह की हत्या के मामले में गाँव के ही सुनील भाम्बी को गिरफ्तार किया गया था. जबकि उसका भाई विजय फरार चल रहा था. हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपित के मकान में आग लगा दी थी. एक सप्ताह पहले फरार विजय गाँव के रमेश चौधरी की दूकान पर आया. उसने कहा की मकान में आग लगाने के लिए ग्रामीणों को उसने ही पेट्रोल दिया था. मकान जलने से पांच पाख रूपए का नुकसान हुआ है.
इस पर डरा-धमकाकर विजय ने व्यवसाई से 20 हजार रूपए ले लिए. इसके बाद शाम करीब सात बजे बाइक पर बजरंगगढ़ का निसार और एक अन्य युवक रमेश की दूकान पर आ गए. उन्होंने रमेश से कहा की विजय से फोन पर बात कर. विजय ने फोन पर रमेश को पांच लाख रूपए देने के लिए कहा, जिस पर रमेश ने साफ़ मना कर दिया. रमेश का पुत्र राहुल और भाई मुकेश भी बाहर आ गए. रमेश के मना करते ही आरोपित ने अपने जेब से हथियार निकाला और रमेश और परिजनों पर फायर कर दिया. जिसके बाद वे बाइक लेकर फरार हो गए. रमेश, राहुल और मुकेश फायरिंग से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से जिला चिकित्सालय पहुँचाया गया.
जगदीश मीणा, DYSP: फायरिंग की घटना है. रमेश की दूकान पर डॉ आदमी आए बाइक पर. उसका नाम निसार था. बजरंगगढ़ का रहने वाला था. पहले उन्होंने सामान ख़रीदा. फिर किसी से बात करवाई. फिर पहचाना की विजय से बात कर रहा है. विजय ने पांच लाख देने के लिए कहा. फिर आरोपियों ने फायरिंग की. तीन लोगों के पैर में चोट आई. इस घटना में तीन माह पहले जो मर्डर हुआ था, उस पर पेट्रोल देने की बात पर पैसे मांगे जा रहे थे. मौके से ब्लड है और कुछ नहीं मिला है. मुजरिमों की तलाश के लिए टीमें भेज दी है...
सुचना पर पुलिस उपाधीक्षक जगदीश मीणा, और पुलिस जाप्ता चिकित्सालय पहुंचे. पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीमों का गठन किया है. सभी फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी है.
No comments:
Post a Comment