Saturday, September 5, 2015

दिन में अँधेरा, रात में बिजली ! कैसे करें रात में खेती? जिले के किसान बदहाल विद्युत व्यवस्था से परेशान. खास रिपोर्ट.


प्रतापगढ़ के किसान इन दिनों एक नई समस्या से घिरे हुए हैं. समस्या है - दिन में अँधेरा, रात में बिजली ! जी हाँ. दिन में बिजली गूल रहती है, रात को जब बिजली आती है तो किसान एक साथ खेती में जुट जाते हैं. अँधेरे में खेती कर रहे किसानों को कई बार ज़हरीले जानवर काट लेते हैं. बिजली की बिगड़ी व्यवस्था के जिले में किसान के हालात बदतर होते जा रहे हैं.

प्रतापगढ़ के किसान इन दिनों रात में खेती करने को मजबूर है. ऐसा इसलिए क्योंकि दिन में बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही. बिजली के अभाव में किसान संसाधनों का उपयोग नहीं कर पाते. सिंचाई से लगाकर कई ऐसे काम है, जो बिजली से ही किए जा सकते हैं. दिन में विद्युत आपूर्ति बंद रहने से किसानों को रात का इंतज़ार करना पड़ता है... जब रात में बिजली आती है, तो सारे किसान एक साथ खेती में जुट जाते हैं. किसान रात में जोखिम उठा कर खेतों में जाते हैं. रात को खेती करते वक्त कई बार ज़हरीले जानवर काट लेते हैं. ऐसे में किसान हादसे का शिकार हो जाते हैं. किसान देर रात काम करने खेतों पर चले जाते हैं, जिस वजह से घर-गाँव सुने रहते हैं और महिलाऐं अकेली रहती हैं. ऐसे में चोरियां और अन्य हादसे होने की आशंका भी बनी रहती है. सही ढंग से खेती ना कर पाने की वजह से पैदावार कम होने का खतरा भी बना रहता है. क्योंकि रात में बिजली भले ही आती हो, खेतों में तो अँधेरा ही रहता है. ये दो साल किसानों की किस्मत पर वैसे ही हावी हुए हैं. अतिवृष्टि, ओलावृष्टी से फसलें बरबाद हुई, पैदावार कम हुई, मुआवजा नहीं मिला, वगैरह-वगैरह! किसान अब तमाम अव्यवस्थाओं से परेशान हो चले हैं. और तत्काल बिजली शेड्यूल में परिवर्तन की मांग कर रहे हैं.

अमर सिंह, कृषक, अरनोद : इन दिनों किसानों को रात में बिजली दी जा रही है. दिन में बिजली दी जाए. रात में किसान सिंचाई करता है. ऐसे में जंगली जानवरों का भी रहता है. गाँव सुने हो जाते हैं. चोरी होने का डर रहता है. हम किसान मांग करते हैं कि समय कैसे भी बदला जाए.

बिना बिजली के खेतों की सिंचाई करना, फसलों को पानी देना संभव नहीं है. अधिकतर किसानों के लिए बिजली खेती का महत्वपूर्ण साधन है. अधिकारी सरकारी नियमों का हवाला देकर कारवाई की बात से परहेज़ कर रहे हैं.

एम. डी. चौधरी, अधिशाषी अभियंता, विद्युत निगम : सरकार का आदेश है कि अलग-अलग ब्लोक में अलग-अलग समय पर लाईट देनी है. यह सरकार का नियम है.

अधिकारी का कहना है कि सरकारी नियमों के चलते अलग-अलग ब्लोक में अलग-अलग समय बिजली दी जा रही है. लेकिन सवाल ये... कि जो बिजली रात में दी जाती है, वह दिन में क्यों नहीं दी जा सकती? प्रशासन को चाहिए कि किसानों की इस बेहद गम्भीर समस्या पर विचार करे, और नियम में परिवर्तन कर राहत प्रदान

- प्रवेश परदेशी

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