छात्रा अपने स्कूल में थी, इसी दरमियां स्कूल का अध्यापक उसे भगा ले गया. परिजनों को जब सुचना मिली तो स्कूल के बाहर हंगामा खडा कर दिया. परिजनों ने यहाँ पहुँच स्कूल बंद कर दिया. बालिका के अगवाह होने के बाद विभिन्न सामाजिक संगठन स्कूल के बाहर हंगामे पर उतर आए, और तत्काल कारवाई की मांग करने लगे. इधर स्कूल प्रबंधन पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठा है और पुलिस भी कुछ कहने से बच रही है. बालिका शालोम स्कूल के दसवीं कक्षा में पढ़ रही थी, जिसकी उम्र 15 वर्ष है. आरोपी अध्यापक की उम्र 50 वर्ष बताई जा रही है. आपको बतादें कि यह एक क्रिश्चन स्कूल है और बालिका हिंदू है. ऐसे में बालिका को बरगला कर धर्म परिवर्तन की बात भी सामने आ रही है. जिस वजह से हिंदू संगठन कारवाई के लिए लगातार मांग उठा रहे हैं. अध्यापक के खिलाफ परिजनों ने प्रतापगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया है. अध्यापक का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है.
इस मामले में जिला कलेक्टर, एसपी से भी लगातार कारवाई की मांग की जा रही है. यह मामला अब विवादास्पद इसलिए भी होता जा रहा है, क्योंकि धर्म परिवर्तन को इस घटना के पीछे कारण मान रहे हैं. फिलहाल परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. इधर लोग कारवाई ना करने पर आंदोलन की बात कह रहे हैं.
मीना शर्मा, अगर सकूल में ही इस तरह ही हरकते होंगी तो छात्राएं कैसे सुरक्षित रहेंगी. हम दूसरी जगह केसे भरोसा कर सकते हैं. हमारी बालिकाएं सुरक्षित नहीं है. स्कूल संचालक कोई जवाब नहीं दे रहा है. बालिका नाबालिग है. अभी इसके पहले भी गादोला में भी मामला हुआ था.
जय प्रकाश पालीवाल : शालोम स्कूल से एक लड़की को ले गए हैं. संचालक कोई जवाब नहीं दे रहा है. यहाँ जब पता लगाया गया, तो एक शिक्षक है जो इसी स्कूल का है, वह बालिका को ले गया है. शिक्षक की उम्र 50 वर्ष है. लड़की की उम्र 15 वर्ष है.
रिंकेश पालीवाल : प्रशासन हमको कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दे रहा है. संचालक से कई बार मिले, लेकिन कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. बच्ची के परिवार की हालत बहुत खराब है. बालिका का छोटा भाई भी बहुत परेशान है.
No comments:
Post a Comment