Sunday, September 6, 2015

विद्युत निगम अधिकारीयों पर हमले. बदहाल विद्युत व्यवस्था से झल्लाए उपभोक्ता. प्रतापगढ़ और छोटीसादडी से सामने आए मामले.



जिले में बिजली की बदहाल व्यवस्था का खामियाजा अधिकारीयों को उठाना पड़ रहा है, जिसके लिए आन्दोलन तो किए ही जा रहे हैं, साथ ही उपभोक्ता अब मारपीट पर आमादा होने लगे हैं.
एक ही पखवाड़े में विद्युत विभाग के अधिकारीयों से विवाद के दो मामले सामने आए हैं. पहला मामला प्रतापगढ़ शहर से है, जहाँ एक उपभोक्ता के घर में कई दिनों से बिजली ठप्प पड़ी थी. कई बार कहने पर जब कारवाई नहीं हुई तो कार्यालय पहुंचे उपभोक्ता ने हंगामा खडा कर रख दिया. कनिष्ट अभियंता प्रकाश खाटवा के साथ जाति-सूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली-गलोज करने लगा. और नौकरी से बर्खास्त कराने की धमकी देने लगा. मामले के बाद सभी विद्युत निगम कर्मचारी प्रतापगढ़ थाने पहुंचे. प्रतापगढ़ थाने में आरोपी को लाया गया और समझाइश के बाद छोड़ दिया गया. दूसरा मामला छोटीसादडी से है. छोटीसादडी थाना क्षेत्र के बसेडा स्थित 33/11 केवी जीएसएस पर कार्यरत तकनिकी सहायक अधिकारी को किसानों ने जमकर पीटा. किसान इस बात से झल्लाए हुए थे कि उन्हें समय पर बिजली मुहैया नहीं हो रही है, जिस वजह से उन्हें मोटर से पिलाई करनी पड़ रही है. छोटीसादडी थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पहले सूखे की मार और अब ठप्प बिजली किसानों के लिए बड़ी परेशनी बनती जा रही है. शहर में भी बिजली की बिगड़ी व्यवस्था से जनजीवन अस्तव्यस्त होने लगा है. लोगों के दैनिक कार्य चरमराने लगे हैं. जिसका खामियाजा अधिकारीयों को मार खाकर चुकाना पड़ रहा है.

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