Tuesday, September 15, 2015

प्रतापगढ़ में डेंगू के लिए कितना तैयार चिकित्सा विभाग? अचानक बढ़ी मरीजों की संख्या ने भी बढाई चिंता? क्या जिले में दे दी है डेंगू ने दस्तक? स्पेशल रिपोर्ट.

`


प्रदेश भर में डेंगू अपने पाँव पसारता जा रहा है. इतना कि अब इससे निपटना कड़ी चुनौती बन बैठा है. डेंगू के बढ़ते कहर ने प्रतापगढ़ के स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ा दी है. स्वास्थ विभाग इसी कोशिश में है कि कैसे भी कर डेंगू को रोका जाए.

डेंगू जैसी बिमारी में ब्लड की सख्त ज़रूरत पड़ सकती है. ऐसे में हमने प्रतापगढ़ जिला चिकित्सालय के ब्लड बेंक का जायजा लिया. विभाग के पास मरीजों को देने के लिए पर्याप्त ब्लड उपलब्ध तो है, लेकिन दिन-ब-दिन बढती मरीजों की संख्या से निपटना कड़ी चुनौती से कम नहीं है. चिकित्सा विभाग की मानें तो सात सेम्पल की जांच की जा चुकी है, जिनमे से अभी तक एक भी डेंगू पोजिटिव नहीं है.लेकिन मरीजों की अचानक से बढ़ी संख्या को देख संदेह होता है कि विभाग ज़रूर कुछ छिपा रहा है... यह साफ़ करते हैं आंकड़े!


आंकड़ो पर नजर डाली जाए तो साफ़ होता है कि जून, जुलाई में जो मरीजों की संख्या प्रतिदिन 400-500 थी, वो अगस्त में 500-600 हो गई... और अब सितम्बर में 900-1000 हो रही है. बढ़ते मरीजों के आंकड़े से साफ़ है कि मौसम परिवर्तन से ही यह इजाफा हुआ है. ऐसे में अचानक बढे 400 मरीजों में से एक डेंगू का निकले, तो हैरानी नहीं होगी. क्योंकि डेंगू वैसे भी फैलता जा रहा है. इधर चिकित्सकों की मानें तो वे खुद को डेंगू और मलेरिया जैसी बिमारियों से निपटने के लिए मुस्तैद बता रहे हैं.

डॉ. ओ. पी. दायमा : जुलाई अगस्त सितम्बर में जिला चिकित्सालय में 1300 स्लाइड की मलेरिया के लिए जांच की जिसमे में 43 पोजिटिव हैं... डेंगू की अभी तक अगस्त और सितम्बर में 7 सेम्पल टेस्ट किये जिसमें से एक भी नहीं पाया गया, इससे निपटने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है...

चिकित्सा विभाग को चाहिए कि मरीजों की अचानक बढ़ी संख्या को हलके से न ले... क्योंकि अगर डेंगू के मरीज सामने आए, तो उनकी भी मुश्किलें बढ सकती है.

No comments:

Post a Comment