दरअसल इन होमगार्ड की मांग है की इनका वेतन बढ़ाया जाए, साथ ही इन्हें परमानेंट किया जाए... होमगार्ड जवानों का कहना था कि सरकार ने हमेशा इनके साथ विश्वासघात किया है.. इनकी सभी मांगो को सिरे से खारिज कर दिया गया. गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया के होमगार्ड के वेतन को न बढाने के बयान पर पलटवार करते हुए ये बोले कि अगर अब सरकार उनकी मांग पूरी नहीं करती है, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. इनका कहना था कि या तो सरकार वेतन बढ़ाए, या इनकी परिवार समेत इच्छा मृत्यु की मांग पूरी करे. इस मौके पर होमगार्ड यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री अगुवाई कर रहे थे, जहाँ सैंकडो होमगार्ड के जवान शरीक हुए थे.
प्रतापगढ़ में खून से पत्र लिखने के इस आंदोलन पर सरकार कब तक कार्रवाई करती है, देखने वाली बात होगी...फिलहाल होमगार्ड जवान मांगों के पूरे न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे है.. जिस आंदोलन की शुरुआत ही खून से हो, उसका नतीजा क्या होगा... सोचा जा सकता है!
यूनियन की कारकारिणी का गठन भी हुआ। गजेन्द्र सोलंकी जिलाध्यक्ष तो वहीँ अजय कजानी महामन्त्री चुने गए, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया।
झलकन सिंह राठोर, प्रदेशाध्यक्ष : हम इच्छा मृत्यु की मांग करते है, अगर मांग पूरी नहीं कर सकते, हमें मौत दी जाए.. हम खून से पत्र लिख रहे है... सरकार ने हमेशा हमारा शोषण किया है.
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