यह रोता हुआ पिता अपनी बेटी की राह देख रहा है, यह रोती हुई दादी छ: दिनों से सिर्फ इसलिए भूखी है, क्योंकि उनकी बेटी घर नहीं लोटी है. इस भाई का चहरा इसलिए मायूस है, क्योंकि उसे लग रहा है उसकी बहन वापिस नहीं लौटेगी. इस परिवार समेत आज पूरा प्रतापगढ़ शोक में डूबा है. हर कोई यही सोच रहा है कि निकिता आएगी तो कब? स्कूल जैसी पवित्र जगह भी लड़कियों के लिए महफूज़ नहीं है, यह साबित कर दिया है इस शर्मनाक घटना ने... क्या हुआ है निकिता के साथ... हम आपको बताते हैं.
मामला शहर के शालोम स्कूल का है. दसवीं कक्षा में पढने वाली छात्रा (निकिता पालीवाल) (घर का नाम सलोनी) को उसके ही स्कूल का शिक्षक पंकज डेविडसन भगा ले गया. २ सितम्बर को यह छात्रा ट्यूशन का नाम लेकर घर से निकली तो थी, लेकिन लौटी नहीं . शिक्षक छात्रा को इस दरमियाँ अपने साथ भगा ले गया. छात्रा नाबालिग है जिसकी उम्र 15 वर्ष है तो वहीँ आरोपी अध्यापक की उम्र 55 वर्ष है, जो कि मध्यप्रदेश के रतलाम का मूल निवासी है. लोगों का आरोप है कि आरोपी शिक्षक धर्म परिवर्तन की गतिविधियों में लिप्त है और छात्रा को भी बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन के लिए ले गया है. आरोपी शिक्षक इसाई है तो वहीँ छात्रा हिन्दू है.
इधर परिजनों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया है. और कारवाई होने तक सकूल बंद रखने की बात कह रहे हैं. परिजनों को पूरे शहर का समर्थन मिल रहा है. शहरवासी स्कूल बंद कर बाहर धरना दे रहे हैं. इनका कहना है कि जब तक कारवाई नहीं होगी, धरना जारी रहेगा. मामला धर्म परिवर्तन से भी जुड़ा है, इसलिए हिन्दू संगठन भी कारवाई के लिए दबाव बना रहे हैं.
फिलहाल बालिका के अगवा होने के बाद शहरभर में शोक का माहौल है. और आरोपी शिक्षक के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग की जा रही है.
निखिल, पीडिता का भाई : वो मेरी बहन को ले गया है. मेरी मामी खाना नहीं खा रही है. छ: दिनों से अत-पता नहीं है. हमारा पूरा परिवार बिखर गया है.. दुखी है.
गुणमाला पालीवाल, पीडिता की भुआ : मेरी भतीजी किडनेप हो गई है. उसका कुछ पता नहीं चला है. उसका अपहरण हुआ है. प्रशासन भी कारवाई नहीं कर रहा है. सर्कार कहती है बेटी बचाओ. कैसे बचाए जब स्कूल ही सुरक्षित नहीं है. यह पूरे जनता और भारत का मुद्दा है. अब जल्दी से उसका पता चलना चाहिए. वह सुरक्षित वापिस आनी चाहिए. सब इंतजार कर रहे हैं. कोई खाना भी नहीं खा रहा है. जल्दी प्रशासन कारवाई करे. जल्दी वो घर पर आ जाए.,
सुषमा पालीवाल, स्थानीय : हमारी बिटिया गायब है. घर से ट्यूशन के लिए निकली थी. डेली रूटीन की तरह. जो वापिस नहीं आई. फिर पता नहीं चला. पुलिस शुरू से ही सख्त कारवाई करती तो पता चलता. जगह-जगह पुलिस स्टेशन नाकाबंदी इसलिए ही है न ताकि कोई गाडी का पता चले. पूरे इण्डिया में कही होती तो पकड़ा जाती, अगर पुलिस ठीक से कारवाई करती तो. प्रशासन जल्द कारवाई करे इस पर.
अजय राठोर, कोंग्रेस नेता: सम्बंधित अध्यापक को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो स्कूल अनिश्चित काल के लिए बंद रखेंगे. प्रशासन को चेतावनी देते हैं कि अगर गिरफ़्तारी नहीं हुई, तो हम स्कूल चलने नहीं देंगे. यह आन्दोलन पूर्ण रूप लेगा और प्रत्पागढ़ बंद करेंगे. यह एक गंभीर मसला है. इसका विरोध करते हैं. हमने एसपी को भी कहा. उन्होंने फ़ालतू की फोर्मलिटी की है. वो काम नहीं कर रहे हैं. स्कूल संचालक जोसेफ, उसको भी गिरफ्तार की जाए. पूछा जाए कि शिक्षक कहाँ पर है.
पुलिस ने आरोपी की तलाश में टीमें गठित की है. जो राजस्थान समेत मध्यप्रदेश के इंदौर और रतलाम में भी लगातार दबिश दे रही है. पुलिस कॉल डिटेल के आधार पर भी तलाश कर रही है. प्रतापगढ़ के एसपी का दावा है की उनके हाथ कुछ अहम् सुराग लगे हैं और जल्द कारवाई को अंजाम देने वाले हैं.
कालू राम रावत, SP : प्रतापगढ़ में एक छात्रा के गायब होने की सुचना मिली थी. तभी निजी शिक्षण संसथान का शिक्षक गायब है. परिजनों ने प्रकरण दिया है. बालिका 18 वर्ष से कम की है. पुलिस अनुसंधान कर रही है. शीघ्र अपराधी को पकड़ लिया जाएगा. आज भी परिजन आए थे, उन्होंने स्कूल के सामने भी प्रादर्शन किया है. उनसे भी बात की है कोई तथ्य हो तो सामने लाएं!
पुलिस को चाहिए की सख्ती से कारवाई को अंजाम दे. सभावित जगहों पर दबिश दें.. और बालिका को लाने की भरसक कोशिश करें. क्योंकि इस घटना से पूरे शहर भर में शोक की लहर है... हर कोई इस बालिका की राह देख रहा है...
No comments:
Post a Comment